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आधी आबादी के लिए मिसाल बनी ​एसिड अटैक सर्वाइवर रूपाली और अंशु को इग्नू से मिली उपाधि

इग्नू का तैतीसवां दीक्षान्त समारोह सम्पन्न

लखनऊ। इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय का सोमवार को आयोजित तैतीसवां दीक्षान्त समारोह बेहद खास रहा। इस मौके पर इग्नू के क्षेत्रीय केन्द्र के सभागार में 2860 अर्ह अभ्यर्थियों में से 496 विद्यार्थियों को व्यक्तिगत रूप से उपाधि प्रदान की गयी। इनमें एसिड अटैक सर्वाइवर विद्यार्थी रूपाली एवं अंशु आकषर्ण का केन्द्र रहीं।

 

लोगों के लिए मिसाल हैं एसिड अटैक सर्वाइवर रूपाली और अंशु

गाजीपुर जिले की रहने वालीं रुपाली विश्वकर्मा ऐसिड अटैक सर्वाइवर हैं। 28 जुलाई 2015 को रुपाली पर तेजाब से हमला हुआ था। अपनी जिन्दगी की तमाम मुश्किलों से लड़ते हुए रुपाली आज लोगों के लिए मिसाल बन चुकी हैं। 4 फरवरी 2017 को रुपाली की शादी हुई। आज उनकी एक छोटी सी बिटिया भी है। वह अपने पति कुलदीप और बिटिया दीपांशी के साथ एक खुशहाल जिंदगी जी रही हैं। इसके साथ ही वह दूसरों के लिए हौसला भी हैं। रुपाली अपने मजबूत कदमों के साथ लगातार आगे बढ़ रही हैं।

बिजनौर जिले की रहने वालीं ऐसिड अटैक सर्वाइवर अंशु राजपूत पर 55 वर्षीय शख्स ने रात में सोते वक्त तेजाब से हमला कर दिया था। अंशु के साथ जब ये हादसा हुआ तब वह 15 वर्ष की थी। अंशु भी आज आधी आबादी का सशक्त चेहरा बन चुकी हैं। वह कहती हैं कि लड़कियों को अपनी आवाज को दबाना नहीं चाहिए। उन्हें अपनी आवाज को बुलंद करना होगा ताकि और लड़कियां उन्हें सुनें, उनकी बातों को जानें ताकि कोई और इस तरह की घटना को अंजाम न दे सके। वह कहती हैं मेरी हिम्मत की बदौलत आज लोग मेरी तारीफ करते हैं। लोग अपने स्मार्ट फोन्स में मेरे विडियोज सर्च करते हैं।

14 विभूतियों को किया गया सम्मानित

समारोह में डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय लखनऊ के कुलपति प्रो. सुबीर के भटनागर ने अर्ह अभ्यर्थियों को डिग्री प्रदान की। उन्होंने मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा पद्धति के माध्यम से उच्च शिक्षा के प्रचार-प्रसार में अपने योगदान के लिए 14 विभूतियों को सम्मानित किया गया, जिसमें पीके पुन्डीर, उप-निदेशक, रोजगार एवं सेवा योजन, उप्र सरकार, अनिल सिंह, वरिष्ठ प्रबन्धक, खादी एवं विलेज इण्ड्रट्रियल बोर्ड, शैपर किदवई, यात्री कर अधिकारी, परिवहन विभाग, राम कृपाल, प्राचार्य, दीनदयाल शोध संस्थान, प्रभात रंजन, एचसीएल टैक्नोलॉजी लिमिटेड, सीमा गुप्ता, समीक्षा अधिकारी, उत्तर प्रदेश सचिवालय, मुकेश कुमार, डॉ. प्रवीन खरे, मुकेश कुमार सिंह, कुसुम भारती,अंजली सिंह, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, शैलेश अरोरा, डॉ. प्रवेश द्विवेदी मुख्य रूप से शामिल थे।

ज्ञान और अनुभव से करें चुनौतियों का मुकाबला

प्रो. भटनागर ने कहा कि उपाधि प्राप्त करने के पश्चात् विद्यार्थियों के पास रोजगार एवं उद्यम के अनेक अवसर प्राप्त होंगे लेकिन साथ साथ नई चुनौतियां तथा सामाजिक एवं आर्थिक जटिलतायें भी आयेंगी जिनका समाधान छात्रों को अपने अर्जित ज्ञान तथा अनुभव के आधार पर करना होगा। उन्होंने कहा कि सभी उपाधि प्राप्त युवा छात्रों को अपने अर्जित ज्ञान और अपने कौशल के माध्य से अपनी क्षमता के अनुसार समाज एवं राष्ट्र के उत्थान हेतु प्रयास करना चाहिए।

87 वर्षीय महिला नामांकन कराकर बनीं प्रेरणा का स्रोत

इस मौके पर इग्नू की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. मनोरमा सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय सुविधा विहीन एवं शिक्षा से वंचित लोगों को शिक्षा द्वारा विकास की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास कर रहा है। पिछले अकादमिक सत्र में 87 वर्षीय महिला लक्ष्मी श्रीवास्तव ने विश्वविद्यालय में नामांकन कराया तथा उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी, जिनकी पढ़ाई किन्ही कारणोंवश छूट गयी थी। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षा जनमानस के द्वार पर उपलब्ध कराने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा भविष्य के लिए बनाई जा रही रणनीति के बारे में भी चर्चा की।

थारू जनजाति, एसिड अटैक पीड़ित, बृजवासी, सपेरे सभी को मिल रही शिक्षा

इग्नू की सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ. कीर्ति विक्रम सिंह ने बताया कि पिछले अकादमिक सत्र में क्षेत्रीय केन्द द्वारा मलिन बस्ती में निवास कर रहे लोगों व थारू जनजाति के व्यक्तियों एवं एसिड अटैक पीड़ितों एवं बृजवासी समुदाय एवं सपेरों को शिक्षा प्रदान करने एवं कौशल उन्नयन करने का बीड़ा उठाया है।

इग्नू की झांकी प्रस्तुत करने वाली टीम सम्मानित

इसके साथ ही विधानसभा के सामने आयोजित गणतन्त्र दिवस परेड में शामिल इग्नू की झांकी में विशेष प्रस्तुति करने वाली टीम को सम्मानित किया गया। इस झांकी के माध्यम से इग्नू के थारू जनजाति के विद्यार्थियों ने अपनी संस्कृति का प्रदर्शन किया साथ ही विश्वविद्यालय द्वारा उनके शैक्षणिक उत्थान हेतु किये गये प्रयासों को भी दर्शाया।