मुम्बई : भाजपा एक बार फिर से हिन्दुत्व कार्ड खेलने की फिराक में है। दशकों से अयोध्या में राम मंदिर का सपना दिखा रही भाजपा भले ही अयोध्या में राम मंदिर न बना पाई हो लेकिन जनता का दिल रखने के लिए मुंबई में राम मंदिर का निर्माण कर दिया। हालांकि यह राम मंदिर कोई मंदिर नहीं बल्कि एक रेलवे स्टेशन है। ओशिवारा इलाके के लोकल रेलवे स्टेशन का राम मंदिर स्टेशन रख दिया गया है। हालांकि राम मंदिर का नाम स्टेशन को देने पर एक नया बवाल शुरू होता दिख रहा है।
इसका विरोध करने वालों का कहना है कि यह भाजपा का चुनावी स्टंट है। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मुंबई में रेलवे स्टेशन का नाम राम मंदिर रखकर जनता को झांसा देना चाहती है। बीजेपी इलाके में रहने वाले उत्तर भारतीय वोटरों को लुभाना चाहती है। विधायक और राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री विद्या ठाकुर का कहना है कि इसमें राजनीतिक मुद्दा कुछ है ही नहीं, क्योंकि स्टेशन का नाम कुछ ना कुछ रखना ही था। स्थानीय लोगों की मांग पर इस स्टेशन का नाम राम मंदिर रखा गया है। वहीं, बीएमसी चुनाव से ठीक पहले रेलवे स्टेशन के नामकरण पर बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने ऐतराज जताया है और इसे वोटबैंक की राजनीति बताया। शिवसेना का आरोप है कि बीजेपी ने उनके प्रयासों का श्रेय लिया है।