सियोल। भ्रष्टाचार के आरोप को झेल रही दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क ग्यून अब 360 वियाग्रा गोलियों की खरीदी के मामले में विपक्षियों के निशाने पर आ गई है। इस मामले में राष्ट्रपति कार्यालय की तरफ बुधवार को सफाई देते हुए कहा गया कि ये गोलियां उन्होंने राष्ट्रपति पार्क ग्यून के लिए खरीदी थीं, जो उनके अफ्रीकी दौरे की तैयारी के लिए ली गई थीं, न कि किसी ‘इरेक्टाइल डिसफंक्शन’ के लिए।
ये गोलियां केवल बीमारी को ध्यान में रखते हुए खरीदी गई थीं। राष्ट्रपति कार्यालय की तरफ से कहा गया है कि ‘वियाग्रा’ सामान्य रूप से फेफड़े की बीमारी के इलाज में सहायक है।
कोरिया के मुख्य ऑनलाइन समाचार पोर्टल की खबर के मुताबिक ‘वियाग्रा’ की खबर आने के बाद यह दक्षिण कोरिया में ऑनलाइन सबसे अधिक खोजा जाने वाल शब्द बन गया है। इसकी मामले की जानकारी सबसे पहले संसद में विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी ने दी है। विपक्षी नेता ने कहा कि वियाग्रा की 360 गोलियां दिसंबर में राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से खरीदी गई थी। ये सभी गोलियां जेनेरिक संस्करण की थी।
गौरतलब है कि पार्क ग्यून ने मई में इथियोपिया, युगांडा और केन्या की यात्रा की थी, जहां की राजधानियां समुद्र तल से लगभग 1 से 2 किमी तक ऊंचाई पर स्थित है। ऐसे में दक्षिण कोरियाई डॉक्टर ऊंचाई वाली जगहों पर जाने के दौरान विएग्रा लेने की सलाह देते हैं।