संवाददाता
पलिया कलां-खीरी।
बरेली की एक विवाहित के साथ महंगापुर निवासी युवक ने नशीला पदार्थ पिलाकर दुष्कर्म किया। इस दौरान उसके अश्लील फोटो भी खींच लिए। जिसे पति और घर वालों तक पहुंचाकर बदनाम करने की धमकी देने के साथ शारीरिक और आर्थिक शोषण किया जाता रहा। तंग आकर महिला ने आत्महत्या का भी प्रयास किया। इस मामले की शिकायत बरेली के एसएसपी को की गई। डीजीपी तक पीडि़त महिला के परिवारीजन पहुंचे। मामला खीरी एसपी से होते हुए पलिया कोतवाली तक पहुंचा। यहां महिला की मां द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपी युवक को जेल भेज दिया है।
नशीला पेय पिलाकर किया दुष्कर्म
बरेली निवासी महिला की मां ने पुलिस को बताया कि उसकी पुत्री आनलाइन व्यापार के काम से जुड़ी हुई है। उसकी शादी हो चुकी है और दो बच्चे भी हैं। पलिया के रहने वाले मनिंदर संधू ने ऑनलाइन कुछ सामान खरीदा और बरेली में एक मॉल में जुलाई 2015 को महिला को बुलाया। उसने अपने मित्र के घर सामान का रूपया देने का बहाना बनाया और महिला को मित्र के घर ले गया। जहां नशीला पेय पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया। इस दौरान उसके अश्लील फोटो भी खींच लिए गए।
ब्लैक मेल कर ऐंठे 3 लाख रुपये
आरोप है कि युवक ने महिला को डराया-धमकाया कि अगर उससे शारीरिक संबंध नहीं बनाए तो यह फोटो वह फेसबुक पर अपलोड कर देगा।युवक उससे करीब तीन लाख रूपये हड़प चुका है। सोने के जेवर तक बिकवा दिए। इसके बाद युवक ने 28 अगस्त 2015 को महिला की कुछ अश्लील तस्वीरें फेसबुक पर अपलोड कर दीं। जिससे मानसिक रूप से परेशान होकर विवाहिता ने पंखे से लटककर आत्महत्या का भी प्रयास किया। लेकिन उसके पति के आ जाने पर महिला को बचा लिया गया।
इसके बाद घटना घर वालों के सामने आई। महिला के पति ने युवक को समझा कर आइंदा ऐसी हरकत न करने और पुलिस से शिकायत की बात कही। सब कुछ शांत था कि तभी मनिंदर ने एक अन्य नंबर से मैसेज भेजना शुरू कर दिया। जिसके बाद उन लोगों ने पुलिस का सहारा लिया।
आरोपी को भेजा जेल
एसओ पलिया वीके सिंह ने बताया कि इस मामले में दुष्कर्म समेत जान से मारने की धमकी देने और आईटी एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। आरोपी को जेल भेज दिया गया है। युवक पलिया स्थित एक्सिस बैंक में प्राइवेट तौर पर काम करता था। यहां रहने वाले उसके रिश्तेदारों से बात का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने इस बारे में ज्यादा कुछ बताने से इंकार कर दिया। हालांकि रात भर और फिर सुबह तक वे लोग किसी तरह मामले को सुलझाने की कवायद करते रहे, लेकिन हल नहीं निकला। जिसके बाद आज सुबह आरोपी को जेल भेज दिया गया। इस संबंध में बैंक मैनेजर ऋतेश मिश्रा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि युवक बैंक में परमानेंट कर्मचारी नहीं था उसे आउटसोर्सिंग के जरिए यहां रखा गया था।