देश में फैले कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के बीच सनातन धर्मावलंबियों के कई अहम पर्व-त्योहार पड़ रहे हैं। चैत्र नवरात्र और अब रामनवमी का त्योहार श्रद्धालु सीमित संसाधनों में ही मना रहे हैं । इस बार तो रामनवमी पर निकलने वाली सभी शोभायात्रा पर भी पूर्ण पाबंदी लगा दी गई है । लेकिन पर्व को लेकर श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर है । कुर्जी समेत अन्य जगहों पर भक्त रामनवमी की ध्वजा के लिए बांस एवं पूजन सामग्री खरीदते दिखे। भगवान विष्णु के सातवें अवतार मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के जन्म दिवस के रूप में रामनवमी का पर्व गुरुवार को मनाया जाएगा। भगवान राम का जन्म चैत्र शुक्ल नवमी तिथि को पुनर्वसु नक्षत्र व कर्क लग्न में हुआ था । राम नवमी के दिन सूर्य को जल अर्पण करने से लाभ होता है। चैत्र नवरात्र करने वाले श्रद्धालु इसी दिन कन्या पूजन, हवन और पुष्पांजलि भी करेंगे । ज्योतिष विज्ञान परिषद के सदस्य कर्मकांड विशेषज्ञ ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश झा ने बताया गुरुवार को दोपहर के समय सुयोग के साथ सर्वार्थ अमृत सिद्धि योग, गुरु-पुष्य योग तथा सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ-साथ कर्क लग्न, कर्क राशि के साथ सूर्य तथा गुरु की उत्तम स्थिति में पूजा- पाठ, भक्ति, आराधना, सतसंग व मनोकामना पूर्ति के लिए भगवान राम का जन्मोत्सव मनाना शुभकर रहेगा ।
जय श्री राम का कहना है घर में ही रहना है…
पटना | घर-घर रामनवमी हर-घर रामनवमी, जय श्री राम का कहना है घर में ही रहना है…। श्री रामनवमी शाेभायात्रा अभिनंदन समिति ने रामनवमी पर घर से नहीं निकलने की अपील की है। समिति के अध्यक्ष सरदार जगजीवन सिंह बब्लू ने कहा इस बार लाॅकडाउन के कारण शोभा यात्रा नहीं निकलेगी।
रामनवमी पूजा शुभ मुहूर्त
गुली काल मुहूर्त: प्रातः 8:47 बजे से 10:20 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:28 बजे से 12 :18 बजे तक
नवमी तिथि आरंभ: गुरुवार निशामुख रात्रि 10:00 बजे से
नवमी तिथि समाप्त: कल 02 अप्रैल को रात्रि 08:56 बजे तक
महावीर मंदिर में अाज भक्ताें की गैरमाैजूदगी में होगी पूजा
पटना | काेराना वायरस के कारण लाॅकडाउन के बीच गुरुवार काे पहली बार महावीर मंदिर समेत पटना के सभी मंदिराें में भक्ताें की गैरमाैजूदगी में रामनवमी की पूजा हाेगी। महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव अाचार्य किशाेर कुणाल ने रामनवमी पूजा में भाग लेने के लिए पास मांगा था, लेकिन प्रशासन ने उन्हें पास नहीं दिया। इस स्थिति में महावीर मंदिर में रहने वाले अयाेध्या के वैरागी साधु रामनवमी की पूजा करेंगे। मुख्य रूप से पुजारी उमाशंकर दास व ब्रह्माचार्य रघुनाथ दास पूजन-अारती अादि करेंगे। जबकि कर्मकांड महाराष्ट्र के पुराेहित कराएंगे। अाचार्य किशाेर कुणाल ने बताया कि 12 बजे अारती हाेगी अाैर हनुमान जी का ध्वज बदला जाएगा। इसी तरह राजधानी के अन्य मंदिराें राजवंशी नगर स्थित पंचरूपी हनुमान मंदिर, सभी सार्इ मंदिर अादि में सीमित तरीके से मंदिर के अंदर पुजारियाें द्वारा रामनवमी की पूजा की जाएगी।