लंदन के व्हाइट चैपल में स्थित वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस की वैक्सीन यानी टीका बनाने के लिए 24 लोगों को बुलाया है। वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि जो इस प्रयोग में आकर टीके का टेस्ट अपने ऊपर कराएगा उसे वे 3500 पाउंड यानी 339,228 रुपये देंगे। लेकिन इसके लिए आपको पहले कोरोना वायरस से संक्रमित होना पड़ेगा।
डेली मेल अखबार के अनुसार लंदन के व्हाइटचैपल स्थित द क्वीन मेरी बायोएंटरप्राइजेज इनोवेशन सेंटर के वैज्ञानिक अपने इस प्रयोग के लिए 24 लोगों की भर्ती कर रहे हैं।
Get PAID to have coronavirus: Scientists in London will pay volunteers £3,500 to be infected in experiments to develop a vaccine https://t.co/EcaNynVRty
— Daily Mail U.K. (@DailyMailUK) March 9, 2020
इन 24 लोगों पर कोरोनावायरस की वैक्सीन यानी टीके की टेस्टिंग (परीक्षण) की जाएगी। जिस वैक्सीन का परीक्षण इन 24 लोगों पर किया जाएगा उसमें सार्स बीमारी की दवा भी मिली है।
लेकिन खास बात ये है कि इस परीक्षण में शामिल होने के तुरंत बाद आपके शरीर में कोरोनावायरस का कमजोर स्ट्रेन डाला जाएगा। इसके बाद उसके बढ़ने का इंतजार होगा। फिर जाकर वैक्सीन दिया जाएगा।
इस परीक्षण के दौरान एचवीवो कंपनी द्वारा बनाई गई दवा का प्रयोग किया जाएगा। परीक्षण के लिए बुलाए गए 24 लोगों को 14 दिनों के लिए क्वारंटीन कर दिया जाएगा।
इन दो हफ्तों में वैज्ञानिक यह देखेंगे कि इन 24 लोगों पर दवा का असर कैसे हो रहा है? यह कोरोनावायरस पर असर कर रहा है कि नहीं।
यूरोपियन देशों की 35 कंपनियां कोरोनावायरस की दवा खोजने में लगे हुई हैं। यूनाइटेड किंगडम की सरकार ने तो कोरोनावायरस की दवा खोजने के लिए 440 करोड़ रुपये जारी किए हैं।