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31 अक्टूबर इंदिरा गांधी पुण्यतिथि: जानिए पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरागांधी से जुड़ी कुछ ख़ास बातें

लखनऊ|

  • पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी अपने बेटों राजीव गांधी और संजय गांधी के साथ दिल्ली स्थित उनके आवास पर साल 1967 में। इंदिरा गांधी बड़े नेताओं को पछाड़ते हुए एक बड़ी राजनेतिक शख्सियत बनकर उभरीं और देश की पीएम बनीं। 31 अक्तूबर 1984 को इंदिरा गांधी की हत्या उन्हीं के दो सिख बॉडीगार्ड ने कर दी थी।
  • कांग्रेस अध्यक्ष जवाहर लाल नेहरू अपनी बेटी और भविष्य की प्रधानमंत्री इंदिरा नेहरू के साथ साल 1937 में मुंबई में। इकलौती संतान होने और पिता के राजनितिक जीवन के कारण इंदिरा का बचपन कठिनाईयों में बीता। साथ ही उनकी मां की मौत बीमारी के कारण हो गई थी। 
  • 8 अक्तूबर 1942 को इंदिरा गांधी राजनेता और पत्रकार फिरोज खान के साथ इलाहाबाद में अपनी शादी के दौरान। फिरोज ने इंदिरा से शादी के लिए 1933 में ही प्रस्ताव रखा था लेकिन उस समय इंदिरा की मां ने इस रिश्ते से इंकार कर दिया था। इंदिरा की मां की तबीयत बिगड़ने के दौरान फिरोज नेहरू परिवार के समीप आए|
  • 24 जून 1975 को इंदिरा गांधी अपने निवास पर एक रैली को संबोधित करते हुए। जिसके अगले ही दिन 21 महीने लंबी इमरजेंसी लगाई गई। इमरजेंसी के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री की ताकत काफी बढ़ गई और उन्होंने इसका विपक्ष को कमजोर करने में भरपूर फायदा उठाया।
  • 1984 में इंदिरा की हत्या से पहले भी 1980 में भी उन्हें जान से मारने की कोशिश की गई थी। बड़ौदा के राम बलचंद लालवानी नाम के शख्स ने पूर्व प्रधानमंत्री पर 4 इंच लंबा चाकू फेंका था, जिससे इंदिरा बाल बाल बची थीं। दिल्ली के एक कोर्ट में पेशी के दौरान आरोपी। 
  • इंदिरा गांधी 15 अगस्त 1983 को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले में। 1966 में इंदिरा गांधी ने देश की पहली महिला प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की। इसके बाद दूसरी बार जनवरी 1980 से अपनी हत्या तक इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री रहीं। 
  • 23 जून 1984 को इंदिरा गांधी अमृतसर के स्वर्ण मंदिर से प्रार्थना करने के बाद निकलते हुए। इसी साल इंदिरा सरकार के कार्यकाल में ही खालिस्तानी सर्मथकों के खिलाफ ऑपरेशन ब्लू स्टार को अंजाम दिया गया। इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना ने स्वर्ण मंदिर पर पूरी तरह कब्जा कर लिया। जिससे सिख सुदाय के लोगों की आस्था को ठेस पहुंची।
  • 31 अक्तूबर 1984 की सुबह इंदिरा के बॉडीगार्ड सतवंत सिंह और बेंअत सिंह ने इंदिरा गांधी पर गोलियां बरसा दीं। इंदिरा गांधी की हत्या उसी दिन गोलियों को 30 घावों के कारण हो गई।
  • सिख बॉडीगार्ड द्वारा इंदिरा गांधी की हत्या के बाद दिल्ली में दंगे भड़क गए। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इन दंगों में लगभग 2000 लोग मारे गए और हजारों लोगों ने शहर छोड़ दिया। 
न्यूज़ एंड इमेज सोर्स: हिंदुस्तान टाइम्स