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NHRC ने जेल प्रशासन से मांगी रिपोर्ट, 256 कैदियों निकले एचआईवी पॉजिटीव

यूपी के जेलों में बंद कैदियों में कई एड्स के मरीज हैं। इस खुलासे ने प्रशासन के रोंगटे खड़े कर दिए हैं। अब तक की जांच में प्रदेश भर की जेलों में 265 कैदी एचआईवी पॉजिटीव हैं।

एनएचआरसी ने नोटिस जारी कर पूछा है कि आखिर जेलों में कैदियों को एड्स कैसे हुआ। इसमें जेल प्रशासन की लापरवाही मानी जा रही है। अकेले गोरखपुर जेल में ही 24 कैदी एचआईवी पॉजिटीव पाए गये हैं।

रूटीन चेकअप के दौरान ज्यादा और बार-बार बिमार होने पर डॉक्टरों ने एलिजा टेस्ट कराया, जिसमें एड्स मरीज मिले।

मानवाधिकार आयोग ने 6 हफ्ते का दिया समय

इसके बाद पूरी जेल का एलिजा टेस्ट कराया गया। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस मामले में मुख्य सचिव और पुलिस महानिरीक्षक जेल को नोटिस भेजकर रिपोर्ट मांगी है। इसके लिए मानवाधिकार आयोग ने 6 हफ्ते का समय दिया है। 6 हफ्तों में जेल प्रशासन को मानवाधिकार आयोग को विस्तृत रिपोर्ट सौंपनी है।

आयोग ने गोरखपुर जेल में एड्स मरीजों के मिलने के बाद यह कार्यवाही की है। यूपी में 70 जेल हैं। इन सभी जेलों में सभी कैदियों का एलिजा टेस्ट कराया गया, जिसमें 265 कैदियों को एड्स की बीमारी पायी गई। गोरखपुर के अलावा बरेली, इलाहाबाद, लखनऊ, फैजाबाद, आगरा, मेरठ, वाराणसी और कानपुर समेत कई जेलों में कैदियों को एड्स की बिमारी है।