देव श्रीवास्तव
लखीमपुर खीरी:
तेज हवाओं के बीच रविवार को अपराह्न करीब डेढ़ बजे ग्राम लालपुर में आग लग गई। आग ने देखते ही देखते पास स्थित गांव ढाका के घरों को भी चपेट में ले लिया। सूचना के बावजूद फायर बिग्रेड दो घंटे देर से पहुंची। किसी तरह ग्रामीणों ने पुलिस व आस पास के लोगों के सहयोग से आग पर काबू पाया। गनीमत रही कि आग में कोई जन हानि नहीं हुई। अलबत्ता कई पशु झुलस गए है।
बिजली की लाइन से लग रहीं हैं आग,फायर बिग्रेड पहुंची घंटो बाद
लालपुर निवासी छोटे पुत्र प्रभुनाथ के घर के ऊपर से बिजली लाइन गुजरी है। पास में ही ब्जिली का खम्बा भी है। बताया जाता है कि शार्ट सर्किट से निकली चिंगारी छप्परनुमा घर के ऊपर जा गिरी और वहां आग लग गई। परिवारीजन किसी तरह घर से बाहर आ गए और शोर मचाना शुरू कर दिया। आग से संतराम पुत्र लल्लू, दिनेश पुत्र सुरेश, शिवपाल पुत्र ओमकार के घर जलने लगे। पड़ोसी गांव ढाका तक भी आग पहुंच गई। आग की विकरालता का आलम इसी बात से लगाया जा सकता है कि ग्रामीण अपनी जान बचाने के अलावा घर से कोई सामान सुरक्षित नहीं निकाल सके। मामले की सूचना पुलिस और फायर बिग्रेड को भी दी गई। लेकिन फायर बिग्रेड नहीं आई। किसी तरह पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से आग बुझाने का प्रयास शुरू किया, लेकिन तेज हवाएं बाधक बनीं। अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे फायर बिग्रेड की गाड़ी मौके पर पहुंची, जिसके बाद आग बुझाने के काम में प्रभावी सफलता मिल सकी।
कई पशु झुलसे और एक महिला भी झुलसी
अग्निकांड में अरविंद कुमार, सरस्वती, रामविलास, फूलचंद्र, रामसाधन, विश्राम, विक्रम, संजय, सियाराम, विजय, मेवालाल, जगन्नाथ समेत करीब 95 घर जलकर राख के ढेर में तब्दील हो गए। कई गाय, भैंस और बकरियां भी झुलस गईं। घटना से गांव में हाहाकार मचा हुआ है। तमाम लोग खुले आसमान के नीचे आ चुके हैं।
अग्निकांड में लालपुर निवासी महिला बिटोला देवी पत्नी बाबू का एक हाथ झुलस गया। जिसे सीएचसी में भर्ती कराया गया है। वहीं आग और उसमें घर जलते देख कई महिलाएं भी बेहोश हो गईं। कुछ बच्चों के लापता होने की खबर भी उड़ी, लेकिन उसकी सही जानकारी नहीं मिल सकी। फिलहाल गांव में अफरा तफरी का माहौल बना हुआ था। समाचार लिखे जाने तक प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे थे।