1 फरवरी को आम बजट पेश किया जाएगा और वित्त मंत्रालय ने इसकी तैयारियां शुरू की है। आज से बजट दस्तावेजों का प्रकाशन भी शुरू हो गया। प्रकाशन प्रारंभ होने से पहले सोमवार को हर साल की तरह इस वर्ष भी वित्त मंत्रालय में हलवा वितरण समारोह का आयोजन हुआ। वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ल, वित्त सचिव सुभाष गर्ग और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री पी. राधाकृष्णन इस समारोह में मौजूद रहे। इसके साथ ही, करीब 100 कर्मियों का बजट पेश होने तक नॉर्थ ब्लॉक से निकलना बंद हो जाएगा। बजट पेश होने तक ये लोग घर-परिवार और समाज से कटे रहते हैं। उनके पास केवल एक फोन होता है जिसके जरिए वे केवल कॉल रिसीव कर सकते हैं, मगर कहीं कॉल कर नहीं सकते हैं। बजट पत्र वित्त मंत्रालय के निजी प्रेस में छपते हैं।
हर साल बजट को अंतिम रूप देने से कुछ दिन पहले नॉर्थ ब्लॉक में वित्त मंत्रालय के ऑफिस में एक बड़ी कढ़ाई में हलवा बनाया जाता है। वित्त मंत्री खुद इस कार्यक्रम में भाग लेते हैं। हालांकि, इस वर्ष वित्त मंत्री अरुण जेटली बीमारी की वजह से इस समारोह में शामिल नहीं हो पाए। हलवा बनाने की रस्म काफी पहले से ही चली आ रही है। उल्लेखनीय है कि संसदीय मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक में फैसला लिया गया है कि अंतरिम बजट 1 फरवरी को पेश किया जाएगा और संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से 13 फरवरी तक चलेगा। मोदी सरकार के इस कार्यकाल का यह आखिरी बजट है। हलवा बंटने का कारण ये है कि हलवे को काफी शुभ माना जाता है और शुभ काम की शुरुआत भी मीठे से की जाती है।