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हार्दिक की मांगों को अमली जामा पहनाने में जुटी कांग्रेस की कोर टीम

कांग्रेस पार्टी के साथ हार्दिक पटेल और जिग्नेश मेवानी की डील अंतिम दौर में है। बताया जा रहा है कि एक नवंबर से शुरु होने वाले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के अगले गुजरात दौरे में हार्दिक और जिग्नेश दोनों ही नेता कांग्रेस के लिए समर्थन का ऐलान कर देंगे। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार 23 अक्तूबर को प्रदेश प्रभारी एवं राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से हार्दिक और जिग्नेश की हुई मुलाकात में लगभग दोनों के बीच मुद्दों की सहमति बन चुकी है।
हार्दिक की मांगों को अमली जामा पहनाने में जुटी कांग्रेस की कोर टीमउनकी मांगे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी तक पहुंचा दी गई हैं। राहुल ने हार्दिक और जिग्नेश की मांगों को अमली जामा पहनाने के लिए रोडमैप का जिम्मा पार्टी नेताओं की एक कोर समूह को सौंप दिया है। यह कोर समूह अब हार्दिक और जिग्नेश की मांगों का आंकलन कर उसके लिए रोडमैप बना रही है।

इस रोडमैप के फाइनल प्रारूप को लेकर राहुल गांधी अपने अगले गुजरात दौरे में हार्दिक और जिग्नेश से मुलाकात कर अंतिम चर्चा करेंगे। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार हार्दिक और जिग्नेश के साथ मुद्दों पर लगभग अंतिम सहमति बन गई हैं। मगर उनकी मांगों को अमल करने का रोडमैप तैयार किया जा रहा है। उस रोडमैप के बाद दोनों ही नेता कांग्रेस पार्टी को समर्थन देने का सार्वजनिक ऐलान करेंगे। संभावना जताई जा रही है कि अगामी 2 नवंबर को हार्दिक और जिग्नेश दोनों ही नेता कांग्रेस के समर्थन का सार्वजनिक ऐलान करेंगे। 

कांग्रेस के चुनाव घोषणापत्र पर हावी रहेगा हार्दिक मंत्र 

बताया जा रहा है कि कांग्रेस के चुनाव घोषणापत्र में हार्दिक के जरिए दिए गए सुझाव हावी रहेंगे। हार्दिक ने रोजगार के मुद्दे और उसके निदान पर ज्यादा जोर दिया है। यही वजह है कि गुजरात के लिए कांग्रेस के चुनाव घोषणापत्र में रोजगार के अवसर मुहैया कराने के लिए ज्यादा वायदे रहेंगे। इसके अलावा कांग्रेस पार्टी किसानों के लिए भी लुभावने वायदे करेगी। 

बेरोजगारी भत्ते का वायदा कर सकती है कांग्रेस 

गुजरात के युवाओं को अपने पाले में करने के लिए कांग्रेस पार्टी बेरोजगारी भत्ते का वायदा कर सकती है। गुजरात के विधानसभा चुनाव में बेरोजगारी का मुद्दा बड़ा बन गया है। शायद भाजपा भी यह बात मान रही है कि गुजरात में बेरोजगारी की वजह से युवाओं में पार्टी के खिलाफ नाराजगी है। शायद यही वजह है कि गुजरात के बीते दोनों ही दौरों में पीएम मोदी ने रोजगार के नए अवसर मुहैया कराने पर जोर दिया।
22 अक्तूबर को भावनगर की रैली में मोदी ने कहा था कि गुजरात की समुद्री परियोजनाओं से एक करोड़ रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने स्थानीय युवकों के लिए रोजगार के अवसरों में प्राथमिकता देने की बात की। इसके अलावा मंगलवार को सात लाख करोड़ की भारतमाला सड़क परियोजना का ऐलान करते हुए वित्त मंत्री ने भारी संख्या में रोजगार के अवसर पैदा होने की बात कही है। लेकिन कांग्रेस पार्टी गुजरात के जनता के लिए विशेष रोजगार का वादा करेगी।