करजई से जब यहां रायसीना संवाद से इतर सईद को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री द्वारा क्लीनचिट दिये जाने और उसके खिलाफ सबूत नहीं होने की बात कहे जाने के बारे में पूछा गया तो पूर्व अफगान राष्ट्रपति ने संवाददाताओं से कहा, ओह. कई सारे सबूत हैं. और सभी को पता है.

अमेरिका ने जमात-उद-दावा को 1987 में सईद द्वारा स्थापित लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी मोर्चा कहा था. 26-11 के मुंबई आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए लश्कर ही जिम्मेदार था. हमलों में 166 लोगों की जान चली गयी थी. अब्बासी ने मंगलवार को जियो टीवी पर एक इंटरव्यू में सईद को साहिब कहकर पुकारा था. जमात उद दावा प्रमुख को नवंबर में पाकिस्तान नजरबंदी से रिहा किया गया था.