बिहार के गया के परैया ब्लॉक में एक मिडिल स्कूल के टीचर पर 8वीं की स्टूडेंट से रेप का मामला सामने आया है। मामले की खबर मिलने पर ग्रामीणों ने स्कूल में ही आरोपी टीचर की बांधकर पिटाई की और उसके बाद पुलिस के हवाले कर दिया। टीचर ने इस घटना को तब अंजाम दिया, जब स्कूल के बाकी टीचर छुट्टी पर थे और आरोपी के अलावा एक और टीचर ही स्कूल में मौजूद था। 14 साल की विक्टिम के मुताबिक, स्कूल की खाली बिल्डिंग में टीचर ने इस शर्मनाक घटना को दिन में 11 बजे अंजाम दिया।
आरोपी टीचर ने स्टूडेंट से गोंद लेकर हाल ही में बनी बिल्डिंग में आने के लिए कहा। उस वक्त बिल्डिंग पूरी तरह खाली थी। उसने स्टूडेंट को एक कमरे में ले जाकर दरवाजा बंदकर घटना को अंजाम दिया। घटना को स्कूल के थर्ड क्लास के स्टूडेंट रविरंजन ने भी देखा, जो अचानक उस कमरे में दरवाजा खोलकर आ गया।
उस स्टूडेंट को टीचर ने डांटकर इस घटना को किसी को नहीं बतलाने और बतलाने पर पिटाई करने की धमकी दी। बहरहाल पुलिस ने स्टूडेंट को मेडिकल चेकअप के लिए भेज दिया है और आरोपी टीचर से पूछताछ कर रही है।
स्टूडेंट से रेप का आरोपी टीचर शिव कुमार पूर्व जिला पार्षद अवंती कुमारी का हसबैंड है। वह इस स्कूल में लगभग दो सालों से काम कर रहा है। प्राइमरी से मिडिल स्कूल होने के बाद इसे यहां पोस्टेड किया गया था। आरोपित टीचर ने ही स्कूल में नई बिल्डिंग का कंस्ट्रक्शन कराया है। इस घटना के बाद गांव के सभी ग्रामीण हैरान हैं। मामले की जानकारी ग्रामीणों को शुक्रवार की शाम ही हुई थी और सभी शनिवार को स्कूल पहुंचे थे।
शनिवार को इंचार्ज और आरोपी टीचर स्कूल आकर तुरंत कहीं चले गए थे। सोमवार को ग्रामीण फिर स्कूल पहुंचे और आरोपी टीचर को बांधकर पीटा। स्कूल में सैंकड़ों की तादाद में ग्रामीण पहुंचे थे और पूरे दिन स्कूल में हंगामा होता रहा। तभी हंगामे की खबर थाने में मिली और टीआई अखिलेश कुमार सिंह ने वहां पहुंचकर हालात को काबू किया।
टीचर शिवकुमार पर इससे पहले स्कूल के बच्चों से ताड़ी मंगाकर स्कूल में ही पीने का आरोप लग चुका है। इस मामले में भी ग्रामीणों ने हंगामा किया था और स्कूल प्रशासन ने बैठक कर मामले को सुलझाया था। सोमवार को पुलिस ने रेप वाले मामले में पीड़िता का बयान गया कोर्ट में दर्ज करवाया।
स्कूल इंचार्ज युगल किशोर सिंह ने कहा है कि वे घटना के दिन अवकाश पर थे। शनिवार को स्कूल आए तो ग्रामीणों ने उन्हें इस घटना की जानकारी दी। वहीं लड़की के पिता ने कहा कि आज मेरे जैसे महादलित की सुनने वाला कोई नहीं है। देखना यही है की अब कैसे मेरी बच्ची को इंसाफ मिलता है।