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सेक्युलर मोर्चा से पीछे हटने के संकेत, बड़े संघर्ष से बनाई है पार्टी : मुलायम सिंह

mulayam-singh-yadav_650x400_71469691545लखनऊ। ‘अभी कुछ और थोड़ी देर बाद कुछ और बात’ कहने का सिलसिला बढ़ा रहे सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव अब समाजवादी सेक्युलर मोर्चा खड़ा करने की पूर्व मंत्री शिवपाल की घोषणा पर पीछे हटने के संकेत देने लगे हैं। शनिवार को कुछ समर्थकों से मुलाकात में मुलायम ने कहा कि शिवपाल ने सिर्फ एक बयान दिया है। बड़े संघर्ष से पार्टी बनाई है। उसे टूटने नहीं देंगे। मोर्चा गठित करने की शिवपाल की घोषणा पर स्पष्ट बात कहने से वह हिचकते रहे।

दूसरी ओर शिवपाल ने कहा कि सेक्युलर मोर्चा अगला चुनाव लड़ेगा।शुक्रवार को शिवपाल यादव ने इटावा में समाजवादी सेक्युलर मोर्चा खड़ा करने व मुलायम को उसका नेतृत्व सौंपने की बात कही थी, शनिवार को विक्रमादित्य मार्ग स्थित आवास पर मुलाकात के लिए पहुंचे समर्थकों व मीडिया कर्मियों से मुलायम सिंह ने कहा कि ‘शिवपाल दुखी हैं। मैं, बात करूंगा और उसको मना लूंगा।’ कहा कि ‘परिवार या पार्टी से अलग होने के बारे में कोई नहीं सोच रहा। पार्टी टूटने से किसको क्या मिलेगा।’ बताया गया है कि मुलायम ने यह भी कहा कि लोकतांत्रिक मोर्चा पर मुझसे कोई बात नहीं हुई। कहा कि ‘मुझे नहीं पता अखिलेश-शिवपाल को पंसद क्यों नहीं करते। मैं भाई के साथ खड़ा रहूंगा। उसने मेरे और पार्टी के लिए काफी कुछ सहा है।’समाजवादी कुनबे में संघर्ष शुरू होने के बाद से मुलायम सिंह थोड़े-थोड़े अंतराल में बयान बदलते रहे। कभी वह शिवपाल तो कभी अखिलेश के साथ नजर आये। इसे लेकर खुद अखिलेश यादव भी कह चुके हैं कि ‘नेताजी से कोई किसी कागज पर हस्ताक्षर करा सकता है।’ ऐसे ही मुलायम ने सपा-कांग्रेस गठबंधन पर बार-बार बयान बदले।

ताजा मामला समाजवादी सेक्युलर मोर्चे के गठन पर शिवपाल की घोषणा के कुछ घंटे बाद ही पीछे खिसकने के संकेत के रूप में सामने आया है। सूत्रों का कहना है कि मुलायम ने लोगों से यह भी कहा कि उनकी शिवपाल से एक हफ्ते से मुलाकात ही नहीं हुई जबकि शुक्रवार को ही इटावा में अजंट सिंह यादव के घर पर दोनों की मुलाकात हुई थी। दूसरी ओर शिवपाल यादव ने कन्नौज में कहा कि अगला चुनाव सेक्युलर मोर्चा लड़ेगा। नेतृत्व मुलायम सिंह यादव का ही होगा लेकिन, कौन सा चुनाव लड़ेगा, यह उन्होंने स्पष्ट नहीं किया।

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