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‘सुल्ली डील’ ऐप पर मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें डालने पर मामला दर्ज

नई दिल्ली। ‘सुल्ली डील’ मोबाइल एप्लिकेशन पर मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें डाले जाने को लेकर सोशल मीडिया पर हुए हंगामे के बाद दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने इस संबंध में एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने यह एफआईआर राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर मिली एक शिकायत पर की है। यह जानकारी दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता चिन्मय विश्वाल ने गुरुवार शाम को दी। उन्होंने बताया कि शिकायत पर कार्रवाई करते हुए, साइबर सेल ने सात जुलाई को आईपीसी की धारा 354-ए के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

गिटहब को पुलिस ने भेजा नोटिस

मामले की जांच कर रही साइबर सेल ने गिटहब को इस बारे में नोटिस जारी किया है और इसकी डिटेल मुहैया कराने को कहा है। पुलिस का कहना है डिटेल मांगी गई है। साथ ही तकनीकी स्तर पर जांच भी की जा रही है। जांच चूंकि शुरुआती स्तर पर है, इसलिए इस पर कोई बयान देना जल्दबाजी होगा।

क्या है ऐप पर आरोप

सोशल मीडिया साइट से मुस्लिम महिलाओं की फोटो लेकर होस्टिंग प्लेटफार्म गिटहब की मदद से सुल्ली डील नाम का एप्प बनाया गया। आरोप है कि यहां मुस्लिम महिलाओं की फोटो लगाकर उनके बारे में गलत बात की गई। दरअसल सुल्ली शब्द को मुस्लिम समाज में गलत कहा जाता है। इसके बारे में जानकारी तब सामने आई जब ट्विटर पर लोगों ने इसके बारे में लिखना शुरू किया।

तस्वीरें किसने अपलोड की, अभी खुलासा नहीं

मुस्लिम महिलाओं की तस्वीर सुल्ली डील नाम के एक ऐप पर अपलोड की गईं, ये तस्वीरें किसने अपलोड कीं इसका खुलासा अभी नहीं हुआ है। ट्विटर पर जब लोग अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं देने लगे तो इस मामले का खुलासा हुआ। दरअसल यह ऐप तब सामने आया जब लोगों ने ट्विटर पर अपना ‘डील ऑफ द डे’ शेयर करना शुरू किया, जिसके बाद से गिटहब ने इसे हटा दिया है।

इस ऐप से इतना बवाल क्यों

गिटहब एक होस्टिंग प्लेटफॉर्म है, जिसमें ओपन सोर्स कोड का भंडार है। ऐप ‘सुल्ली डील’ गिटहब पर बनाया और इस्तेमाल किया गया था। एक बार ओपन होने के बाद, ऐप यूजर को ‘फाइंड योर सुली डील ऑफ द डे’ पर क्लिक करने के लिए कहता है। यह तब एक महिला की तस्वीर को आपके ‘सुली डील ऑफ द डे’ के रूप में दिखाएगा, अधिक संभावना है कि फोटो उनके सोशल मीडिया अकाउंट से ली गई हो।

गिटहब की इस पर क्या आई प्रतिक्रिया

एक होस्टिंग प्लेटफॉर्म के रूप में गिटहब अपने यूजर्स को व्यक्तिगत या प्रशासनिक नामों के तहत ऐप बनाने की अनुमति देता है। यूजर इन ऐप्स को गिटहब मार्केटप्लेस में साझा करने या बेचने की भी अनुमति है। लेकिन ‘सुल्ली डील’ ऐप किसने बनाया, इस पर अभी कोई स्पष्टता नहीं है। गिटहब की तरफ से ट्विटर पर यह कहा गया कि ऐप को हटा दिया गया है। कंपनी की तरफ से कोई औपचारिक बयान अभी नहीं आया है।

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