देव श्रीवास्तव
लखीमपुर-खीरी।
छह महीने पहले कोतवाली मैगलगंज में हुए जय सिंह हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया। मृतक की पत्नी ने प्रेमी व उसके बहनोई के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी। हत्याकांड किराये के गुंडों ने अंजाम दिया था। पुलिस ने प्रेमी व उसके बहनोई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बतादें कि माखनलाल चौराहा निवासी 37 वर्षीय जय सिंह का शव पुलिस चौकी के पीछे बरामद हुआ था। उसके गले पर कसने के निशान थे। पास में ही उसकी बाइक खड़ी बरामद हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या करने की पुष्टि होने पर पुलिस ने मृतक की पत्नी की ओर से औरंगाबाद निवासी हिजड़े नेहा, अकली व गुड्डू के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच तेज कर दी थी। पुलिस लाइन सभागार में घटना का खुलासा करते हुए एसपी डा. एस चिनप्पा ने बताया कि गांव परसेहरी निवासी प्रेमप्रताप जय सिंह के मकान में कमरा लेकर ग्राहक सेवा केंद्र चला रहा था। इस दौरान प्रेमप्रताप के अवैध संबंध उसकी पत्नी सरोजनी देवी से हो गए। इसकी जानकारी जब जय सिंह को हुई तो उसने पत्नी को मारा पीटा था। इस पर पत्नी ने पति को रास्ते से हटाने के लिए प्रेमी के साथ मिलकर योजना बनाई। प्रेम प्रताप ने थाना पसगवां के गांव निजामपुर निवासी अपने बहनोई राजेश से मिला और उन्हें पूरी बात बताई। एसपी ने बताया कि राजेश ने निजामपुर निवासी कमलेश के साथ मिलकर 80 हजार रुपये में सौदा तय कर लिया। घटना से दो दिन पूर्व प्रएम प्रताप ने कमलेश के घर गया और राजेश को बुलाकर 40 हजार रुपये दे दिए। प्लान के तहत राजेश और कमलेश एक साथ उचौलिया पहुंचे और वहीं राजेश ने जय सिंह को मोबाइल पर कॉल कर बुलाया। इसके बाद वहीं शराब के ठेके पर तीनों ने बैठकर शराब पी। शाम सात बजे जय सिंह की बाइक राजेश चलाने लगा और कमलेश ने उसे बीच में बैठा लिया। दोनों उसे 26 मील सड़क पर लाए और बाइक से उतारकर गला घोंट कर हत्या कर बाइक वहीं खड़ी कर फरार हो गए। इधर पत्नी ने पुलिस की जांच को मोडऩे के लिए जय सिंह के पुराने साथियों नेहा किन्नर, अकील और गुड्डू के खिलाफ हत्या का अभियोग दर्ज कराया था। पुलिस ने सर्विलांस सेल की मदद से घटना का अनावरण कर प्रेमप्रताप, उसके बहनोई राजेश और कमलेश को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से मृतक और घटना में प्रयुक्त मोबाइल बरामद कर लिया है। खुलासा करने वाली टीम में इंस्पेक्टर मैगलगंज अशोक कुमार पांडेय, एसएसआई तौफीक खां, प्रभारी क्राइम ब्रंच ब्रजेश त्रिपाठी, एसआई धर्मेंद्र कुमार, शराफत अली, रवि पाठक, जुबैर अहमद, जितेंद्र कुमार व सनी देवल शामिल रहे।
वहीं 30 मई को गोला में हुए नबी अहमद की हत्या का आरोपी भी गिरफ्तार कर लिया गया है। एसपी डा. शिवाशिम्पी चिन्नप्पा ने बताया कि गोला गोकर्णनाथ के मोहल्ला नीची भूड़ निवासी नबी अहमद की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में फरार चल रहे ग्राम जहानपुर निवासी संतोष पासी को पुलिस ने एक अदद तमंचा, एक जिंदा और एक खोखा कारतूस के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि नबी अहमद के आरोपी की पत्नी से अवैध संबंध थे। इसी के चलते उसने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी थी।