लखनऊ। शनिवार को लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन का एलान होने के बाद से ही विधानसभा, लोकसभा और जिले स्तर पर सपा और बसपा कार्यकर्ताओं के बीच मेल-मुलाकात शुरू हो गई। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तो कांफ्रेंस में भी सीधे कह दिया कि मायावती का सम्मान मेरा सम्मान है। सपा के प्रदेश पदाधिकारियों और बड़े नेताओं ने नीचे तक यह संदेश प्रसारित किया है। दोनों दलों की जिले स्तर पर बैठकें भी शुरू हो जाएंगी। लेकिन, यह तय होना बाकी है कि किस सीट पर कौन लड़ेगा। इसके साथ ही गठबंधन ने माहौल बनाने के लिए भी जमीनी तैयारी शुरू कर दी है। जल्द ही राजधानी या किसी अन्य जिले में गठबंधन एक बड़ी रैली करके अपनी ताकत दिखाएगा। इस बीच सपा-बसपा कार्यकर्ताओं के बीच भाईचारा और आपसी समरसता के लिए दोनों दलों के शीर्ष नेतृत्व का फरमान जारी हो गया है। वर्ष 1993 में सपा-बसपा गठबंधन के बाद बेगम हजरत महल पार्क में मुलायम सिंह यादव और कांशीराम की संयुक्त रैली हुई थी। तब उस रैली के जरिये गठबंधन ने अपनी हैसियत दिखाई थी।