Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

शिवपाल की रैली में मुलायम चर्चा में, मंच से किया समाजवादी पार्टी को मजबूत करने की अपील

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के रमा बई मैदान में 9 दिसंबर को आयोजित शिवपाल यादव की पार्टी बनाने के बाद पहली जनाक्रोश नाम की रैली में सबसे ज्यादा चर्चा में मुलायम सिंह यादव का बयान रहा। शिवपाल के बड़े भाई मुलायम सिंह यादव मंच पर समाजवादी टोपी लागे के पहुंचें। वैसे तो जनाक्रोश रैली के बैनर और होर्डिंगों में मुलायम सिंह यादव नहीं दिखे लेकिन मंच पर पहुंचकर उन्होंने सभी को चौंका दिया। साबित हो गया कि उनका मन बेहद मुलायम है।

कयास लगाया जा रहा था कि कल शिवपाल सिंह यादव की रैली में मुलायम सिंह यादव नहीं आएंगे। वजह यह कि पिछले दिनों मुलायम के जन्मदिन पर शिवपाल के बहुप्रचारित सैफई के कार्यक्रम में न जाकर उन्होंने अपने पुत्र सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पार्टी का मंच चुना था। जनाक्रोश रैली में उनके पहुंचने से चौंकने वाले लोग तब और हैरान हो गए जब मुलायम सिंह यादव यहां पर समाजवादी पार्टी के ही गुण गाने लगे। इससे शिवपाल सिंह यादव के समर्थक बौखलाए और अपनी नाराजगी का इजहार भी किया। मुलायम की इस पैंतरेबाजी के राजनीतिक निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। मुलायम सिंह यादव रैली में पहुंचे तो उनकी मंशा पर सवाल उठना स्वाभाविक था। वह भी समाजवादी पार्टी के बाने में, यानी लाल टोपी और लाल-हरे दुपट्टे में। उनकी जुबान पर भी सपा ही रही लेकिन, जब शोरशराबा बढ़ा और नारेबाजी ने हूटिंग का रूप अख्तियार कर लिया तो उन्होंने शिवपाल को आशीर्वाद भी दिया।

लखनऊ के रमाबाई आंबेडकर मैदान में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) की जनाक्रोश रैली में पहुंचे मुलायम सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी को मजबूत करने की बात कही जरूर लेकिन छोटे भाई शिवपाल के सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद भी दिया। जब मुलायम सिंह यादव ने मंच से समाजवादी पार्टी को मजबूत करने की बातें कहनी शुरू की, तो शिवपाल सिंह यादव ने उन्हें अपनी पार्टी का नाम बताया। हालांकि फिर भी वे समाजवादी पार्टी ही कहते रहे।