गौरतलब है कि अयोध्या मुद्दे पर अगले महीने की पांच तारीख से सुनवाई होगी। जिस पर अब कोर्ट फैसला करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने पहले दिए गए अपने आदेश में कहा था कि ये बेहतर होगा कि अगर दोनों पक्ष मिलकर फैसला करें। इस पर काफी कोशिश हुई लेकिन सुलह का कोई रास्ता निकलता दिख नहीं रहा है।
पिछले दिनों आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने भी दोनों पक्षों से बात की थी और उम्मीद जताई कि ये मामला हल हो जाएगा पर समय लगेगा।
सुनवाई के पहले अब शिया वक्फ बोर्ड ने समझौते का फॉर्मूला रखा है। हालांकि, अयोध्या में हुई बैठक में बाबरी के मुद्दई हाशिम अंसारी के बेटे इकबाल अंसारी ने शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी को मुस्लिमों का पक्षकार ही मानने से इनकार कर दिया था।