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शहर के दो घरों में पड़ा लाखों की डाका, किया दुराचार का प्रयास

देव श्रीवास्तव|
लखीमपुर-खीरी।

 |महिलाओं के विरोध करने पर दुराचार करने में असफल रहे डकैत|

आपकी सेवा में सदैव तत्पर यह लोगो है पुलिस मित्र का। जो 24 घंटे के आठों पहर आपकी सेवा में मुस्तैद रहने का दावा तो जरूर करती है, लेकिन पुलिस के यह दावे सिर्फ और सिर्फ जुमले ही साबित हो रहे है। पुलिस गश्त की जमीनी हकीकत के दावे की पोल खोलते हुए लगभग आठ बदमाशों ने शहर के बीचोंबीच बसे एक मोहल्ले के दो घरों पर दावा बोलते हुए न सिर्फ लाखों की डकैती को अंजाम दिया, बल्कि घर की महिलाओं के साथ दुराचार करने का प्रयास भी किया। हालांकि परिजनों के विरोध के चलते बदमाश आबरू लूटने में नाकाम हो गए। 

 

  जानकारी के अनुसार शहर के मोहल्ला दुर्गापुरवा-अर्जुनपुरवा निवासी शांती देवी के घर बीती रात लगभग एक बजे हथियारबंद बदमाश किसी तरह दाखिल हो गए। करीब आठ बदमाशों ने घर में सो रही शांति देवी, उनके पुत्र सोनू व सकटू, पुत्री पूनम व बहू आरती को असलहे की दम पर बंधक बना लिया और लूटपाट शुरू कर दी। हौंसलाबंद बदमाश यही नहीं रूके लूटपाट के दौरान कुछ बदमाश शांति की बहू आरती व पुत्री पूनम को दूसरे कमरे में ले गए और उनके साथ दुराचार करने का प्रयास करने लगे। हालांकि इसी बीच पूनम व आरती ने बदमाशों का विरोध करना शुरू कर दिया। बहन की आवाज सुनते ही भाई भी बदमाशों से लोहा लेने पर उतारू हो गए। परिजनों के हौंसले देख बदमाश घर की महिलाओं को छोड़कर करीब सात हजार की नगदी व डेढ़ लाख के जेवर लूट ले गए। बदमाशों का कहर यही नहीं थमा। एक घटना को अंजाम देने के बाद बदमाशों को रूख पड़ोसी गोविंद रस्तोगी के घर हुआ। यहां भी बदमाश किसी तरह घर के अंदर दाखिल हो गए और गोंविद की पत्नी गीता रस्तोगी व उनके दो पुत्र तथा एक पुत्री को असलहों के दम पर बंधक बना लिया। बदमाशों ने मारपीट करते हुए यहां से करीब 35 हजार की नगदी व दो से ढ़ाई लाख के जेवर लूट लिए। घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश यहां से फरार हो गए। किसी तरह पीड़ितों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। जिस पर अलसुबह घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने मौका-मुआयना शुरू कर दिया। पुलिस गश्त को लेकर यहां लोगों में रोष व्याप्त है। लोगों का कहना है कि यदि पुलिस यहां गश्त करती तो शायद घटना से बचा जा सकता था।