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‘सुरक्षित बचपन सुरक्षित भारत’ यात्रा पर निकले नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी, पहुंचे लखीमपुर

देव श्रीवास्तव

लखीमपुर-खीरी।

सुरक्षित बचपन सुरक्षित भारत यात्रा पर शनिवार को शहर के गुरूनानक इण्टर कालेज के प्रांगण में पहुँचे नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने बताया हमारे देश में बच्चे जानवरों से भी कम कीमत पर बिकते है् सुरक्षित बचपन सुरक्षित भारत यात्रा का अभिनंदन समारोह गुरूनानक इण्टर कालेज में आयोजित किया गया।

 

 

कार्यक्रम में सत्यार्थी ने एक वाकया सुनाकर सभी को हैरत में डाल दिया उन्होंने बताया मैं एक बार बच्चों को मुक्त कराने गया और बच्चों से पूछा कि तुम्हें कितने कितने में बेचा गया है तो किसी ने दस किसी ने पन्द्रह हजार रुपये बताया तभी एक बोला कि हमारे यहां तो भैंस भी एक से डेढ़ लाख की बिकती है सत्यार्थी ने आगे कहा इस घटना ने यह साबित कर दिया कि हमारे देश में बच्चों की कीमत जानवरों से भी कम है समाज में जागृति लाने की जरूरत है इसके लिए सभी को आगे आना होगा धार्मिक स्थलों से ज्ञान की बातें तो कहीं जाएं साथ ही बच्चों से दुराचार करने वालों को समाज से बहिष्कृत किए जाने का भी ऐलान होना चाहिए सत्यार्थी ने बताया कि यह यात्रा समाज से बाल हिंसा के कलंक को खत्म करने के लिए आयोजित की जा रही है यात्रा ११ सितंबर से शुरू हुई है और देश के २२ राज्यों से होते हुए करीब ११ हजार किलोमीटर की दूरी तय करेगी। यात्रा का समापन १६ अक्टूबर को राष्ट्रपति भवन में होगा। उन्होंने कहा यह यात्रा लैंगिक उत्पीड़न के प्रति समाज की मानसिकता को बदलने की सामाजिक एवं सांस्कृतिक क्रांति की प्रतीक है यात्रा के इस मौके पर सत्यार्थी ने कहा कि बच्चों के साथ बढ़ती यौन हिंसा की घटनाओं पर चिंता जताते हुए बताया कि राज्य में इसे रोकने के लिए कड़ा कानून बनाया जाना चाहिए ताकि दोषियों को कठोरतम सजा मिल सके सत्यार्थी जी ने आह्वान किया। बाल यौन हिंसा की पर भी सख्त कदम उठाने की जरूरत है|