आईएएस वीक के मौके पर यूपी के राजभवन में अफसरों को नॉन वेज भोजन नहीं परोसा गया। इसके पीछे सीएम योगी आदित्यनाथ के इसमें शामिल होने की वजह बताई जा रही है। राज्यपाल राम नाईक ने आईएएस अफसरों को 14 दिसंबर को डिनर पर आमंत्रित किया था। जिसमें मेन्यू में नॉन वेज खाने से परहेज किया गया।
गौरतलब है कि आईएएस वीक में राजभवन अफसरों के लिए रात्रि भोज का आयोजन करता है। जबकि लंच मुख्यमंत्री की तरफ से दिया जाता है। इस बार दोनों में ही नॉन वेज फूड सर्व नहीं किया गया।
आईएएस वीक हर साल मनाया जाता है। जिसमें खेलकूद व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। कल राजभवन में हुए आयोजन में राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, मुख्य सचिव राजीव कुमार, आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीर कुमार व सचिव आलोक कुमार उपस्थित हुए थे।
राधा-कृष्ण की लीला पर केंद्रित ओडिसी नृत्य वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ललित वर्मा की पत्नी चितवन वर्मा, अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज चंचल तिवारी की पत्नी सीमा तिवारी व आजमगढ़ के मंडलायुक्त रवींद्र नायक की पत्नी हेमा बिंदु ने पेश किया।
अगली प्रस्तुति स्किट के रूप में सामने आई। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अनूप चंद्र पांडेय, अमित मोहन प्रसाद, भुवनेश कुमार, सुभाष चंद्र शर्मा, मुकेश मेश्राम, एमजेडए हाशमी, अखिलेश मिश्र व कामिनी चौहान रतन ने ‘कुछ नहीं होगा तो तर्जुबा तो होगा’ टाइटल पर स्किट पेश किया। (कार्यक्रम में मौजूद राज्यपाल राम नाईक व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।)
इसके बाद 2016 बैच के आईएएस अधिकारियों ने पुराने से लेकर नए जमाने पर केंद्रित एक गीतमाला पेश की। आखिरी प्रस्तुति गायिका मालिनी अवस्थी व प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी, सचिव सामान्य प्रशासन हरिओम व मालविका हरिओम और खाद्य आयुक्त आलोक कुमार तृतीय व प्रीति तथा अनुज झा की टीम की हुई। जो होली पर आधारित थी। इस मौके पर मुख्य सूचना आयुक्त व पूर्व मुख्य सचिव जावेद उस्मान, राज्य निर्वाचन आयुक्त सतीश अग्रवाल, जल निगम के कार्यकारी अध्यक्ष जी. पटनायक, नगर पालिका वित्तीय संसाधन बोर्ड के अध्यक्ष राकेश गर्ग सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।