देव श्रीवास्तव
लखीमपुर-खीरी।
सदर कोतवाली क्षेत्र से जुड़ी एक यूपी 100 डायल की गाड़ी सवारियों को बैठा रही थी। मामला शोशल मीडिया पर जब वायरल हुआ तो एसपी ने इसे गंभीरता से लिया। एसपी ने गाड़ी के मुख्य आरक्षी मुख्य आरक्षी राम भरोसे वर्मा और चालक धर्मेंद्र कुमार रावत को सस्पेंड कर दिया है। उन्होंने दोनों आरोपियों की विभागीय जांच के आदेश भी दिए हैं।
पिछली प्रदेश सरकार ने कानून व्यवस्था दुरस्त रखने और सूचना पर तुरंत पुलिस पीडि़त के दरवाजे पर पहुंचे, इसके लिए यूपी 100 डायल सेवा शुरू की थी। कुछ दिन तक यह सेवा तो ठीक ठाक चली, लेकिन धीरे-धीरे व्यवस्था पटरी से उतरने लगी। हालात यहां तक पहुंच गए कि गाडिय़ां निर्धारित प्वाइंटों पर खड़ी होने के बजाय अवैध वसूली में जुट गई। अवैध वसूली की की कई शिकायतें लखनऊ मुख्यालय तक भी पहुंची, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब इन गाडिय़ों को सवारियां ढोने में उपयोग किया जाने लगा। इसकी नजीर बुधवार को सदर कोतवाली के एलआरपी चौराहा पर देखने को मिली। टैक्सी स्टेंड के पास यूपी 100 डायल की पीबीआर 2850 गाड़ी खड़ी थी। गाड़ी के सिपाही यात्रियों को टैक्सी से सवारियों को उतार कर यू पी 100 में बैठाते नजर आये। लखनऊ जाने वाली सवारियां सिर्फ एक सौ रुपये के हिसाब से बैठाई जा रही थीं। जब इसका विरोध टैक्सी वालों ने किया तो यू पी 100 पर सवार पुलिस कर्मी गलियां देने लगे। पुलिसकर्मियों की यह कारगुजारी वाहन की फोटो सहित शोशल मीडिया पर वायरल की। इसकी भनक जब एसपी को लगी तो उन्होंने देर शाम गाड़ी के मुख्य आरक्षी राम भरौसे वर्मा और चालक आरक्षी धर्मेंद्र कुमार राव को सस्पेंड कर दिया है।खेतों से उठवाकर घर में रखवाया।