कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने गठबंधन की संभावना को कायम रहने के संकेत दिए और अपनी चुनावी तैयारियां पूरी होने का दावा भी किया। सपा द्वारा कांग्रेस विधायकों की सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित करने के सवाल पर कन्नी काटते हुए उन्होंने कहा कि सूची जारी करना प्रत्येक दल का अधिकार है।
सपा द्वारा सूची जारी कर देने से कांग्रेस से संभावित गठबंधन पर मंडराते खतरों के बीच लखनऊ पहुंचे राजबब्बर ने पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों को बताया कि छोटे दलों से बातचीत की संभावना को भी खारिज नहीं किया जा सकता है। गठबंधन के बारे में अंतिम फैसला राष्ट्रीय नेतृत्व को लेना है। इस बारे में उनको पुख्ता जानकारी नहीं परंतु अभी समझौते से इन्कार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कार्यकर्ताओं का सम्मान बरकरार रहने का दावा करते हुए कहा कि कांग्रेस अपने दम पर चुनाव लडऩे के लिए तैयार है। प्रदेश अध्यक्ष ने अपने सभी विधायकों को सिंबल जारी करने की जानकारी देते हुए बताया कि कांग्रेस समान विचारधारा के छोटे दलों जैसे पीस पार्टी और रालोद को भी तरजीह देने की पक्षधर है। उन्होंने कहा कि आज रात्रि सेंट्रल स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होगी, उसमें टिकट तय होंगे।
सिर्फ जनता का प्यार चाहिए
राजबब्बर ने सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा द्वारा कांग्रेस को मात्र 54 सीटों की हकदार बताने पर तीखा जबाव देने के बजाए गोलमोल बात की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को जनता का प्यार चाहिए, जो मिलता रहेगा। केंद्रीय नेतृत्व का निर्देश मिलने के बाद भी वह कुछ कहेंगे। उन्होंने संगठन में गठबंधन को लेकर मतभेद होने से भी इन्कार किया। उनका कहना था कि चुनाव में गिनती नहीं, रणनीति जरूरी होती है।
सीएम से मिलने का इंतजार
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर करीब तीन बजे पार्टी मुख्यालय पहुंचे और लगभग आधा घंटा वहां ठहरे। प्रत्याशियों के फार्म बी पर हस्ताक्षर करने के बाद एयरपोर्ट लौट गए। सूत्रों का कहना है कि एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना होने के बजाए राजबब्बर वहीं ठहरे तो चर्चाएं गर्म हो गईं। सूत्रों का कहना है कि गठबंधन वार्ता में आए व्यवधान को दूर करने के लिए केंद्रीय नेता लगातार मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से संपर्क में थे। प्रभारी महासचिव गुलाम नबी आजाद की मुख्यमंत्री से टेलीफोन पर वार्ता की चर्चा भी रहीं। इसके बाद ही राजबब्बर को लखनऊ में रुकने के लिए कहा गया। सीएम आवास पर राजबब्बर के पहुंचने व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से वार्ता होने की अटकलों ने जोर पकड़ा लेकिन राजबब्बर ने इससे स्पष्ट इन्कार किया। उधर, सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय नेतृत्व से राजबब्बर को लखनऊ में ठहरने के लिए कहा गया था जिस कारण उन्हें एयरपोर्ट पहुंचने के बाद भी ठहरना पड़ा परंतु बाद में दिल्ली से मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचने का संकेत न मिला तो आगे बात नहीं बढ़ सकी और शाम सात बजे राजबब्बर दिल्ली के लिए रवाना हो गए।