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मुलायम के इस फॉर्मूले से तैयार हुई परिवार में सुलह की जमीन…

समाजवादी पार्टी सुलह की तरफ बढ़ती नजर आ रही है तो इसके पीछे मुलायम का वो फॉर्मूला है, जिसमें सबकी भलाई है। सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद अखिलेश यादव ने शनिवार को मुलायम सिंह यादव और शिवपाल सिंह यादव से उनसे आवास पर अलग-अलग मुलाकात की।

इसे मुलायम परिवार में सुलह की कोशिशों के तौर पर देखा जा रहा है। समझा जा रहा है कि परिवार में एका दिखाने के लिए 12 अक्तूबर को डॉ. लोहिया की पुण्य तिथि पर मुलायम, अखिलेश व शिवपाल एक साथ दिख सकते हैं।

 

मुलायम-अखिलेश के बीच करीब डेढ़ घंटा बातचीत हुई। पार्टी सूत्रों के मुताबिक उनके बीच प्रदेश के सियासी हालात पर चर्चा हुई। अखिलेश ने उन्हें राष्ट्रीय सम्मेलन के प्रस्तावों की जानकारी दी। मुलायम ने राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी संगठन में कुछ लोगों को समायोजित करने का सुझाव दिया। वह चाहते हैं कि शिवपाल राष्ट्रीय महासचिव बनें। उनके इसी फॉर्मूले से सपा में सुलह की जमीन तैयार हुई है।
 

बताया गया है कि परिवार में एका को लेकर अखिलेश का रुख भी सकारात्मक है। जल्द ही वह राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा करेंगे तो इसमें मुलायम की पसंद के कुछ लोग शामिल हो सकते हैं। प्रदेश इकाई के गठन में भी उनकी राय को अहमियत मिलने की संभावना है।

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में इस बार अखिलेश यादव के निर्वाचन पर मुलायम व शिवपाल ने बधाई दी थी। अखिलेश को 5 अक्टूबर को आगरा में हुए राष्ट्रीय अधिवेशन में पार्टी का अध्यक्ष चुना गया था।

 

राम नरेश उर्फ मिनी की मौजूदगी के मायने
मुलायम से अखिलेश यादव की मुलाकात के दौरान पूर्व एमएलसी रामनरेश यादव उर्फ मिनी भी मौजूद थे। उन्हें मुलायम व शिवपाल का नजदीकी माना जाता है। पिछले दिनों उन्हें लोहिया ट्रस्ट का ट्रस्टी भी नामित किया गया है। हालांकि विधानसभा चुनाव से सपा में चल रहे संग्राम के दौरान उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया था। मुलायम सिंह के बहनोई अजंट सिंह और राम नरेश यादव लंबे समय से सपा में सुलह की कोशिशों में लगे हैं। इस सिलसिले में वे पहले ही मुलायम सिंह से मिल चुके हैं। रामनरेश की मौजूदगी दिखा रही है कि बातचीत सकारात्मक दिशा में चल रही है। हो सकता है कि लोहिया की पुण्य तिथि पर मुलायम परिवार लोहिया पार्क में एक साथ दिखे।