इजिप्ट में रहने वाली विश्व की सबसे वजनी महिला एमन अहमद को इलाज के लिए भारत का मेडिकल वीजा जारी किया जाएगा। 500 किलोग्राम वजनी इस महिला ने पहले भी एक बार वीजा के लिए आवेदन दिया था, लेकिन उसे खारिज कर दिया गया था।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के संज्ञान में मामला आने के बाद एमन के वीजा की प्रक्रिया दोबारा शुरू कर दी गई है। दरअसल यह महिला मुंबई के बैरियाट्रिक सर्जन डॉक्टर मफी लकड़ावाला से अपने मोटापे को कम करने का इलाज करवाना चाहती है, जिसके लिए उसे भारत आने वाले वीजा की आवश्यकता थी।लेकिन उसकी ऐप्लीकेशन रद हो गई। इसके बाद डॉक्टर लकड़ावाला ने मामले की जानकारी ट्विटर के जरिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ साझा की।अपने ट्वीट में डॉक्टर ने लिखा है “मैम, इजिप्ट की महिला एमन अहमद अपना 500 किलो वजन घटना चाहती है। उसने अपनी जान बचाने की गुहार लगाई है।”दिल्ली के एम्स में किडनी फेल होने की वजह से अपना इलाज करा रहीं सुषमा स्वराज ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उसी दिन ट्वीट का जवाब दिया और लिखा, “हमारे संज्ञान में मामला लाने के लिए शुक्रिया। हम निश्चित रूप से उनकी मदद करेंगे।”बता दें कि 36 साल की इमान अहम अब्दुलाती मिस्र के ऐलेग्जैंड्रिया में रहतीं हैं। 500 किलोग्राम वजन होने की वजह से इमान बीते 25 सालों से अपने घर से बाहर नहीं निकली हैं। वह अपने बिस्तर तक से हिलने में असमर्थ हैं।जन्म के समय ही इमान का वजन पांच किलो था। डॉक्टरों ने उसे एलिफेंटाइसिस का मरीज बताया। यह एक परजीवी संक्रमण है जिसमें पिंडलियों में काफी सूजन आ जाती है।डॉक्टरों ने यह भी बताया कि ग्लैंड्स में गड़बड़ी की वजह से इमान के शरीर में जरूरत से ज्यादा पानी जमा हो जाता है। इन दोनों ही वजहों से इमान का वजन बढ़ता जा रहा है।डॉक्टरों का कहना है कि एलिफिएंटियासिस नाम रोगाणु की वजह से उनकी ऐसी हालत हो गई है।जन्म के समय एमन का वजन 5 किग्रा था। ज्यादा वजह की वजह से वो अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पाती थीं। इजिप्ट के डॉक्टरों ने उनका इलाज करने में असमर्थता जाहिर की है।