ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा 6 नवंबर को दो दिन के भारत दौरे पर आ रही है। लेकिन उनके दौरे से पहले ब्रिटेन में रह रहे या फिर वहां जाने की इच्छा रखने वाले भारतीयों को जोर का झटका लगा लगा है। दरअसल ब्रिटेन अपनी वीजा नीति में बदलाव का ऐलान किया है। ब्रिटेन ने अपनी बीजा नीति में ये बदलाव गैर यूरोपियन यूनियन लोगों के लगातार बढ़ते इमिग्रेशन की वजह से किया है।
नए वीजा नियमों के अनुसार, टियर 2 इंट्रा कंपनी ट्रांसफर (कंपनी के भीतर स्थानांतरण) वर्ग के लिए 24 नवंबर के बाद आवेदन करने वालों के लिए अनिवार्य वेतन की न्यूनतम सीमा 30 हजार पाउंड की होगी. पहले यह सीमा 20,800 पाउंड थी. आईसीटी माध्यम का इस्तेमाल अधिकतर ब्रिटेन स्थित भारतीय आईटी कंपनियां करती हैं और ब्रिटेन की आव्रजन सलाहकार समिति ने पाया कि इस साल की शुरुआत में इस रास्ते से जारी वीजाओं में से लगभग 90 प्रतिशत वीजाओं पर भारतीय आईटी पेशेवर तैनात हैं।
टियर 2 में लाए गए बदलावों के 2 फेज में से पहले फेज का एलान मार्च में किया गया था। पहले फेज का एलान इंडिपेन्डेंट माइग्रेशन एडवाइजरी कमेटी द्वारा इसे रिव्यू करने के बाद ही किया गया था। अगर इस मामले में इसके विपरीत कोई आदेश नहीं आता है तो इसे 24 नवंबर से लागू किया जाएगा।