यादव ने कहा कि हर रैली इस प्रकार से आयोजित की जा रही है जिससे उसमें पांच से छह अन्य विधानसभाओं के लोग भी आ सकें। गुजरात विधानसभा की 182 सीटों पर दो चरणों में चुनाव होने हैं। पहले चरण का चुनाव जहां 9 दिसंबर वहीं दूसरे चरण का चुनाव 14 दिसंबर को होगा।
पहले चरण में सौराष्ट्र और दक्षिणी गुजरात के 89 सीटों पर चुनाव होंगे जबकि बाकी के 93 सीटों पर दूसरे चरण में वोट पड़ेंगे जिसमें मध्य और उत्तरी क्षेत्र आते हैं। गुजरात चुनाव के नतीजे हिमाचल प्रदेश के साथ 18 दिसंबर को जारी होंगे।
इस दौरान वह सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के विभिन्न हिस्सों में आठ रैलियों को संबोधित करेंगे। जहां नौ दिसंबर को मतदान होना है। गुजरात भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव ने संवाददाताओं को बताया कि पीएम मोदी के गुजरात यात्रा से पहले पार्टी चाय के साथ मन की बात के कार्यक्रम का आयोजन करेगी। इसके बाद पार्टी लोगों के साथ जनसंवाद का कार्यक्र म भी आयोजित करेगी।
यूथ कांग्रेस का जिक्र करते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि दो दिन पहले पीएम मोदी का मजाक उड़ाया गया था, विपक्षी दल हमेशा से ही आम आदमी की ताकत को खोखला करने की कोशिश करता रहता है।
27 और 29 नवंबर को पीएम नरेंद्र मोदी आठ रैलियों को करेंगे संबोधित
नाक का सवाल बने गुजरात चुनाव को हर हाल में जीतने के लिए मोदी सरकार पूरा जोर लगा रही है। मोदी सरकार के 50 मंत्री और संगठन के सभी शीर्ष नेता 26 और 27 नवंबर को पूरे राज्य में जनसभाओं के साथ जनसंपर्क चलाएंगे। खुद पीएम मोदी 27 और 29 नवंबर को 4-4 रैलियों को संबोधित करेंगे।
पार्टी के चुनाव अभियान में भाजपा शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता भी शिरकत करेंगे। पार्टी सूत्रों के मुताबिक इस क्रम में 26 और 27 नवंबर को राज्य के हर जिले में जनसभा, महा जनसंपर्क जैसे कार्यक्रम आयोजित होंगे। इनकी कमान वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों और संगठन के वरिष्ठ नेताओं के पास होगी। इसके अलावा मुख्यमंत्रियों के चुनाव प्रचार के लिए भी इलाके चिह्नित कर लिए गए हैं।
पीएम की ताबड़तोड़ रैलियां
इस दिन वह अमेरेली, सूरत, भुज और जसदण में तो इसके बाद 29 नवंबर को नवसारी, मोरबी, भावनगर और सोमनाथ में चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। पार्टी की योजना हर विधानसभा सीट पर पीएम की कम से कम एक रैली कराने की है। इसके अलावा पीएम मोदी चुनिंदा शहरों में रोड शो भी करेंगे।
गौरतलब है कि मिशन 2019 की दिशा और दशा तय करने वाले इस चुनाव में भाजपा की रणनीति किसी भी तरह अपनी सीटों की संख्या में बढ़ोतरी करने की है। हालांकि इस बार उसके सामने कांग्रेस के साथ खड़ी युवा तिकड़ी हार्दिक, अल्पेश और जिग्नेश बड़ी चुनौती बन कर उभरे हैं।
यही कारण है कि भाजपा ने इस चुनाव लड़ाई को पीएम मोदी बनाम अन्य का रूप देने की पूरी कोशिश कर रही है। पार्टी के रणनीतिकारों का इस चुनावी संग्राम के मोदी बनाम अन्य होने पर वह गुजरात गौरव और गुजरात अस्मिता के सहारे जीतने की उम्मीद है।