कई डॉक्टर ब्लड टेस्ट के नतीजों के बारे में खुल कर बात नहीं करते है. नियमित ब्लड टेस्ट में अपने रेड और व्हाइट ब्लड कोशिकाओं की संख्या, हीमोग्लोबिन तथा कंप्लीट ब्लड काउंट भी शामिल होता है. इस टेस्ट के जरिये एनीमिया, इंफेक्शन और ब्लड कैंसर की जानकारी पता की जा सकती है. इस टेस्ट में ऐसी कुछ बातें है, जो डॉक्टर तब तक आपको नहीं बताते जब तक आप पूछते नहीं.
जब आप अपने पार्टनर के साथ ब्लड टेस्ट कराते है तब आपके और आपके साथी की रिपोर्ट्स में बहुत अंतर है. महिलाओं में उन्हें आनुवंशिक सरंचना के आधार पर रेड ब्लड कोशिकाओं में बहुत अंतर है. यह भी बता दे कि उम्र के आधार पर ब्लड टेस्ट के नतीजे अलग-अलग बातें बताते है.
किसी परीक्षा का नतीजा सकारात्मक हो तो अच्छी बात होती है, मगर ब्लड टेस्ट में पॉज़िटिव रिजल्ट हो, यह हमेशा अच्छी बात नहीं है. ब्लड के नमूने में एनीमिया टेस्ट, हेपेटाइटिस सी टेस्ट और बीआरसीए 1 या बीआरसीए 2 जीन की पहचान करते है. यदि इस रिजल्ट पर पॉजिटिव मार्क आए यानी कि आपको वह बीमारी है.