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फूलबेहड़ ब्लाक प्रमुख की निर्विरोध जीत पर लगा लोकतंत्र की हत्या के आरोप

देव श्रीवास्तव
लखीमपुर-खीरी।
फूलबेहड़ ब्लाक में ब्लाक प्रमुख के निर्विरोध चुने जाने के बाद अब आरोप व प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। निर्विरोध हुई इस जीत पर जहां भाजपा नेता अपनी पीठ थपथपा रहे है, तो वहीं समाजवादी पार्टी से पूर्व ब्लाक प्रमुख ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताते हुए संगीन आरोप लगाए हैं। 
  •   सपा से पूर्व ब्लाक प्रमुख फूलबेहड़ अशिता यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन पर अनावश्यक महाभियोग लगाकर उन्हें कुर्सी से हटाया गया। जब वह दुबारा भी अपना भाग्य अजमाना चाहती थीं, तो शासन के दबाव में प्रशासन ने उन्हें दावेदारी तक नहीं करने दी गई।
  • पूर्व ब्लाक प्रमुख के पति मुन्ना यादव ने बताया कि पर्चा लेने के लिए आरो से मिलने ब्लाक गए, तो वहां आरो महादेय मिले ही नहीं। आरो को नामांकन पत्र लेकर ब्लाक में रहना चाहिए परंतु वे वहां नहीं मिलें। काफी प्रयास के बाद भी उनका कुछ पता नहीं चला। ऐसा शासन के दबाव में हुआ था।
  • उन्होंने यह भी बताया कि जुलाई 2017 में उनकी पत्नी पर महाभियाग लगाया गया। वे कोर्ट गए तो उन्हें स्टे के रूप में राहत मिलीं। लेकिन लोकतंत्र की तिलांजी दे चुकी भाजपा ने और नए रास्ते निकालें और सितम्बर में उनकी पत्नी को ब्लाक प्रमुखी छोड़नी पड़ी।
  • उन्होंने बताया कि नामांकन पत्र को लेकर वे सात मार्च को भी सुबह ब्लाक पहुंचे तो वहां भाजपा समर्थित शोभा गुप्ता के समर्थन में भाजपा के विधायक व कद्दावर नेता आवेदकों को मानों रोकने के लिए पहले से खड़े थें। ऐसे में उनका पीछे हटना ही सही था।
  • हालांकि इस प्रकरण के बाद उन्होंने यह भी कहा कि जो हत्थकंडे भाजपा समर्थित प्रत्याशी के लिए शासन के इशारे पर प्रशासन ने खेले है, वह लोकतंत्र की हत्या है। जनता ही इसका जवाब देगी।