Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

प्रमोशन में आरक्षण के विरुद्ध निकाला मशाल-जुलूस

लखनऊ:

प्रमोशन में आरक्षण हेतु 117 वें संविधान संशोधन के विरुद्ध लखनऊ स्थित जवाहर भवन से हजरतगंज बाबा साहेब अम्बेडकर स्टेचू तक राष्ट्रीय राष्ट्रवादी पार्टी के साथ कई संगठन और समाजसेवी शामिल हुए |

विरोध मार्च करने वालों ने कहा कि प्रमोशन में आरक्षण के लिए 117 वें संविधान संशोधन का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा.

19179476_10209727935735365_2056714400_o

विरोध मार्च करने वालों का कहना है कि दूसरे चरण में जनता से प्रधानमंत्री को पोस्टकार्ड भेजने को प्रेरित कर हजारों पोस्टकार्ड भेजे जायेंगे और कालेजों में, प्रत्येक रविवार को राजधानी में परीक्षा देनें आनें वाले छात्रों को और आम जन को जागृत करने के लिए पर्चे बाटे जायेंगे|इसके साथ ही दूसरे चरण में 25 जुलाई को प्रमोशन में आरक्षण अध्यादेश की “शवयात्रा” लखनऊ के सिकंदरबाग चौराहे से निकाली जाएगी |

उन्होंने बताया सिर्फ दलित वर्ग को प्रमोशन में आरक्षण होना न सिर्फ सामाजिक भेदभाव है, अवसर की समता का हनन भी है अपितु क़ाबलियत और अधिकार का हनन भी है, अब जब नौकरी में आरक्षण दे दिया गया है तो कोई औचित्य नहीं बचता कि अब प्रमोशन में भी आरक्षण दिया जाये, ये अध्यादेश समाज में भेदभाव का जहर फैलानें की तरह है | अगर सरकार ये समझनें को तैयार नहीं है तो निर्णायक सामाजिक संघर्ष के लिए तैयार रहे क्यूंकि जातिगत आधार पर सामाजिक बिखराव कत्तई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है, देश एफोर्ड नहीं कर सकता |

आन्दोलन के पहले चरण में निकले मशाल-जलूस में लोकतंत्र मुक्ति आन्दोलन के संयोजक प्रताप चन्द्रा,सर्वजन हिताय संरक्षण समिति अध्यक्ष शैलेन्द्र दूबे, एम. एल. गुप्ता, समाजसेवी महादेव प्रसाद यादव, पिछड़ा मंच प्रमुख एम. पी. यादव, राष्ट्रीय राष्ट्रवादी पार्टी के महासचिव सौरभ जायसवाल, प्रभलेश शर्मा, कोषाध्यक्ष व प्रवक्ता मनोज कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवीण विश्वकर्मा, प्रदेश सचिव अरविन्द यादव, प्रदेश अध्यक्ष अमित सचान, महिला ब्रिगेड अध्यक्ष कान्ति पाण्डेय, युवा छात्र नेता अमन पाण्डेय, आई डी यादव, डाक्टर संजय कक्कड़, बलजीत यादव, सहित तमाम नागरिक शामिल हुए.

Leave a Reply

Your email address will not be published.