जयपुर: अलवर के बेहरोड़ में कथित गौरक्षकों का निशाना बने हरियाणा के रहने वाले पहलू खान की मौत के बाद उनके परिवारवाले इंसाफ की राह देख रहे हैं। उनका कहना है कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वो आत्मदाह कर लेंगे। आपको बता दें कि 1 अप्रैल को कथित गौरक्षकों ने पहलू खान को गौ तस्कर समझकर उनपर हमला कर दिया था। इस दौरान कथित गौरक्षकों ने पहलू खान की खूब पिटाई की थी जिसके 2 दिन बाद अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी। उसी दिन से पहलू खान का परिवार इंसाफ के इंतजार में है।
आत्मदाह की धमकी पर जोर देते हुए पहलू खान के भतीजे अब्दुल कयूम ने कहा, “वारदात के बाद दो हफ्ते से ज्यादा हो गये लेकिन मुख्य अभियुक्त अभी तक गिरफ्तार नहीं हुआ है। ” कयूम और उनके छह अन्य रिश्तेदार सोमवार को नागरिक अधिकार संगठन पीपल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) के नेतृत्व में होने वाले मानवाधिकार संगठनों के विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने आये थे। कयूम ने कहा, “हम मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से भी मिलना चाहते थे लेकिन हमें नहीं पता था कि वो ओडिशा में हैं।
हमें जब तक न्याय नहीं मिल जाता हम जयपुर आते रहेंगे।”क्या थी घटना एक अप्रैल को 55 साल का पहलू खान अपने बेटों इरशाद और आरिफ और बाकि 2 लोगों के साथ के साथ जयपुर पशु मेले से गाय खरीद कर ला रहा था। इस दौरान अलवर के बहरोर में राष्ट्रीय राजमार्ग-8 पर कथित गौरक्षकों ने उन सबको रोक लिया और उन पर हमला कर दिया। पहलू के चाचा हुसैन कहते हैं, “अगर उन्हें जयपुर या गुड़गांव के किसी अस्पताल में भर्ती कराया गया होता तो वो बच जाते।” हुसैन कहते हैं, “घटना के बाद पूरा समुदाय डरा हुआ है।” पहलू के बेटे इरशाद और आरिफ के घाव अभी तक नहीं भरे हैं इसलिए वो विरोध प्रदर्शन में नहीं आ सके।