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दो दिन से लगातार जारी है शिक्षामित्रों का धरना-प्रदर्शन,खुदकुशी करने पेड़ पर चढ़ा शिक्षामित्र 

देव श्रीवास्तव
लखीमपुर-खीरी।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा शिक्षा मित्रों का समायोजन निरस्त किए जाने के बाद जिले भर में तैनात शिक्षामित्र आक्रोषित हैं। शिक्षामित्रों द्वारा दो दिन से लगातार बीएसए आफिस में धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है। साथ आमरण अनशन की चेतावनी दी। प्रदर्शन के दौरान एक शिक्षामित्र पेड़ पर चढ़कर खुदकुशी का प्रयास किया। जिसे समझा-बुझाकर नीचे उतारा गया। 
अनशन के दूसरे दिन बीएसए कार्यालय पर जिले के समायोजित शिक्षकों ने भूख हड़ताल की। अनशन की अध्यक्षता प्राथमिक शिक्षक संघ के पूर्व रिटायर्ड जिलाध्यक्ष रमेश चंद्र शुक्ल ने की। दोनों संगठनों के जिलाध्यक्ष संजय मिश्र व राकेश सिंह ने भूख हड़ताल कर सभी पदाधिकारियों द्वारा आमरण अनशन की चेतावनी दी। इसी दौरान विकास क्षेत्र बांकेगंज में तैनात शिक्षामित्र दिनेश कनौजिया (47) जो कि चौदह साल से शिक्षामित्र हैं, ने बीएसए आफिस में लगे पेड़ पर चढ़कर आत्म हत्या का प्रयास किया। किसी तरह पदाधिकारियों ने दिनेश कनौजिया का पेड से उतारा। शिक्षामित्रों की मांग है कि राज्य सरकार एक लाख सत्तर हजार शिक्षामित्रों व उनके परिवार के विषय में संज्ञान ले। सरकार जल्द कोई नीतिगत निर्णय लिए। सरकार शिक्षामित्रों की रोजी-रोटी का प्रबंध करे। शिक्षामित्रों ने लगातार 17 सालों तक राज्य सरकार की सेवा कर प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों को पढ़ाने का कार्य किया है। सरकारें व न्याय पालिका रोजी रोटी देने का कार्य करती है न कि छीनने का। सुप्रीम कोर्ट के आदेश ने हमारे परिवार के बच्चों की मुंह से रोटी का निवाला छीनने का कार्य किया है। धरने पर राजेश कुमार, विकास सिंह, राज कुमार गोस्वामी, चंद्रेश वर्मा, पारस वर्मा, मैकू लाल, हरीश बाजपेई, कमलेश शंखवार, सर्वेश वर्मा, सत्येंद्र तिवारी, पवन वर्मा, सत्येंद्र सिंह, आशुतोष पांडे, सौरभ प्रजापति, राजीव वर्मा, अनुपम मिश्रा, मैकू लाल, राज कुमार, रश्मि, आशा सिंह व माधुरी आदि अनेकों हजारों शिक्षामित्र उपस्थित रहे। 

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