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तीसरी बार राज्यसभा नहीं जाएंगे सीताराम येचुरी, नहीं हैं जरूरी नंबर

देश के मुख्य वामपंथी दल सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी को राज्यसभा जाने का तीसरा मौका नहीं मिल पाएगा. दिल्ली में सीपीएम की केंद्रीय समिति की महत्वपूर्ण तीन दिवसीय बैठक में शामिल पार्टी के सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय समिति ने पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी को तीसरी बार राज्यसभा भेजे जाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. येचुरी को राज्यसभा भेजे जाने के लिए जरूरी संख्या कम होने की वजह से सीपीएम ने यह फैसला लिया है. सूत्रों के मुताबिक येचुरी को बंगाल में राज्य सभा सीट से लड़वाने की योजना पर केंद्रीय समिति ने दोबारा विचार करते हुए अब उस फैसले को टाल दिया है. साथ ही कांग्रेस से मदद लेकर येचुरी को राज्यसभा भेजे जाने की संभावना को भी नकार दिया है.

वामपंथी सूत्रों के मुताबिक बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के साथ समझौता कर चुनाव लड़ने के बाद सीपीएम को मिली करारी शिकस्त के बाद से पार्टी अब दुबारा कांग्रेस का समर्थन नहीं लेना चाहती. सीपीएम के उच्च सूत्रों के मुताबिक दूसरी पार्टी से मदद लेकर येचुरी को राज्यसभा भेजना सीपीएम के नीतियों के खिलाफ था.

सूत्रों के मुताबिक सीपीएम की केरल इकाई के कुछ सदस्यों ने येचुरी को राज्यसभा में तीसरा मौका दिए जाने के प्रस्ताव पर विरोध जताया था. बंगाल से राज्यसभा सदस्य सीताराम येचुरी का कार्यकाल अगले महीने खत्म हो रहा है. फिलहाल येचुरी राज्यसभा के दूसरी बार सांसद हैं. वामपंथी दलों के पास कुल 32 MLA हैं जिसमें बंगाल में 26 MLA सीपीएम के हैं. ऐसे में कांग्रेस के 44 विधायकों के समर्थन से येचुरी को राज्यसभा में तीसरी बार भेजा जा सकता था. पार्टी की बंगाल इकाई ने भी येचुरी को राज्यसभा में तीसरा मौका दिए जाने का समर्थन किया था लेकिन सीपीएम की पोलित ब्यूरो ने उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. अब केंद्रीय समिति ने भी येचुरी को तीसरा मौका दिए जाने पर असहमति जताई है. जाहिर है हालिया दिनों में राज्यसभा मैं तेज-तर्रार और मजबूत तरीके से सरकार को घेरने के लिए नेता विपक्ष के तौर पर उभरे येचुरी राज्यसभा में तीसरी बार नहीं जा पाएंगे.

 

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