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ट्रंप के करीबी ने ही खोली थी चुनाव में रूसी दखल की पोल

अमेरिका में 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में रूस के दखल मामले में नया रहस्योद्घाटन हुआ है। चुनाव प्रचार अभियान के दौरान डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार रहे जॉर्ज पापाडोपलस ने नशे की हालत में ऑस्ट्रेलिया के एक शीर्ष राजनयिक के सामने रूसी दखल की पोल खोल दी थी।

न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार के अनुसार, पापाडोपलस ने लंदन में ऑस्ट्रेलिया के राजनयिक एलेक्जेंडर डाउनर को बताया था कि रूस हिलेरी क्लिंटन को राजनीतिक तौर पर नुकसान पहुंचा सकता है। माना जा रहा है कि इसी आधार पर एफबीआइ ने ट्रंप के प्रचार अभियान टीम और रूस के बीच मिलीभगत मामले की जांच शुरू की थी।

अखबार ने चार पूर्व और मौजूदा अमेरिकी और विदेशी अधिकारियों के हवाले से बताया कि मुलाकात के दो महीने बाद ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों ने पापाडोपलस से मिली जानकारियां अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ साझा की थी। इसी दौरान राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के ईमेल लीक होने शुरू हुए थे।

शिकागो के पापाडोपलस ऊर्जा मामलों के वकील हैं। उन्होंने पिछले साल 30 अक्टूबर को स्वीकार किया था कि उन्होंने उन लोगों से संपर्क करने के बारे में एफबीआइ से झूठ बोला था जिनके रूस के शीर्ष अधिकारियों से संबंध थे। यह ट्रंप की चुनाव टीम और रूस के बीच संबंध का पहला आपराधिक मामला सामने आया था।

हालांकि व्हाइट हाउस ने इस रहस्योद्घाटन को महत्व नहीं दिया और पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उन्होंने जो कुछ भी किया था, वह उनका किया हुआ था। फिलहाल अमेरिकी चुनाव में रूसी दखल मामले की विशेष वकील रॉबर्ट मूलर और संसद की कई समितियां जांच कर रही हैं।

ट्रंप-मिस्र के राष्ट्रपति की मुलाकात में की थी मदद –

न्यूयॉर्क टाइम्स ने बताया कि पापाडोपलस ने चुनाव के दौरान रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल-सिसी के बीच मुलाकात के अलावा अप्रैल 2016 में ट्रंप की पहली विदेश नीति पर भाषण तैयार करने में मदद की थी।

यह है मामला –

अमेरिका में 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनाव को रूस ने कथित रूप से प्रभावित करने का प्रयास किया था या नहीं। अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि रूस ने हैकिंग, शर्मसार करने वाले ईमेल के जरिये और सोशल मीडिया में उकसावे वाले संदेश डालकर चुनाव में हस्तक्षेप किया था। इसमें डोनाल्ड ट्रंप की प्रतिद्वंद्वी डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन की छवि धूमिल करने वाली सामग्री भी थी। हालांकि इन आरोपों से रूस इन्कार कर चुका है। ट्रंप भी मिलीभगत के आरोपों को नकार चुके हैं।