केजरीवाल ने जेटली पर डीडीसीए घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया था जिसके बाद जेटली ने उनके खिलाफ आपराधिक मानहानि का केस दर्ज कर 10 करोड़ रुपये की मांग की थी। केजरीवाल को लिखे पत्र में जेठमलानी ने कहा, ‘आपने मुझसे सैकड़ों बार कहा कि इस ‘#*^$#$’ को सबक सिखाइए। संयोगवश आप पिछले कुछ हफ्तों में मुझसे बहुत कम समय तक मिले। हालांकि आपके सहयोगी राघव चड्ढा और ऐडवोकेट अनुपम श्रीवास्तव मामले को लेकर मुझे ब्रीफ करते रहे।’
हालांकि इसके बाद केजरीवाल ने दिल्ली हाई कोर्ट में हलफनामा देकर कहा कि उन्होंने जेठमलानी को ऐसे किसी अपशब्द इस्तेमाल करने की सलाह नहीं दी थी। उन्होंने पत्र के जरिए जेठमलानी से भी यही बात कही। केजरीवाल ने अपने हलफनामे में कहा कि यह बात मानने के लायक नहीं है और ना ही कोई सोच सकता है कि एक सीनियर एडवोकेट को इस तरह के अपमानजनक शब्द कहने के लिए कोई कहेगा। दिल्ली के सीएम ने अपने हलफनामे में यह भी कहा कि न तो उन्होंने और न ही उनके वकील अनुपम श्रीवास्तव ने जेठमलानी को आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया था।
जेठमलानी ने अपने पत्र में केजरीवाल से कहा है, ‘लेकिन इसे गलत मत समझिए, मैं आपको केस को जारी रखने की सलाह नहीं दे रहा हूं। अगर आप सोचते हैं कि जेटली केस वापस ले लेंगे तो किसी भी तरह उनसे सुलह कर लीजिए। मैं अंजाम को भुगत लूंगा। एक चीज निश्चित है, मैं अब आपके बचाव में किसी भी मामले में नहीं उतरूंगा। आप सिर्फ पहले वाले मानहानि केस की जो मेरी फीस है, उसे दे दीजिए। दूसरे वाले केस का मैं कुछ नहीं लूंगा।’ सरकार ने इस मुद्दे पर कुछ बी बोलने से इनकार कर दिया है।