Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

जीजा की हत्या को अंजाम देने वाले दो आरोपी गिरफ्तार

देव श्रीवास्तव
लखीमपुर-खीरी।
बीते दिवस कोतवाली मोहम्मदी क्षेत्र के ग्राम गुलौली में ससुर व सालों ने मिलकर अपने ही जीजा की फावड़ा मार कर हत्या कर दी थी। जिसके गम में उसकी पत्नी ने भी दोपहर घर में ही फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी। सेामवार को पुलिस ने घटना में शामिल दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।  

IMG-20170710-WA0040
     बताते चलें कि ग्राम गुलौली निवासी रोली (23) व लालाराम (25) की प्रेम कहानी लगभग तीन वर्ष पूर्व प्रारंभ हुई थी। दोनों गांव के बाहर खेतों में मिलते तथा एक-दूसरे के साथ जीने-मरने की कसमें खाते थे। धीरे-धीरे इनके प्रेम की चर्चा गांव में फैलने लगी तो रोली के घर वालों ने रोली पर बंदिशें लगानी प्रारंभ कर दी। प्रेमी युगल तमाम बन्दिशों के बीच एक दिन गांव से गायब हो गए। मामला पुलिस तक पहुंचा। दो-तीन माह बाद पुलिस को दोनों मिल गए तब तक दोनों विवाह कर पति-पत्नी बन चुके थे। लगभग नौ माह पूर्व दोनों गांव आ गए तथा पति-पत्नी के रूप में गांव में रहने लगे। रोली के पिता व भाई पहले से ही जले-भुने बैठे थे। बीते रविवार को उन्होंनें सोची-समझी योजना के तहत लालाराम की गांव के बाहर फावड़ों से हमला कर हत्या कर दी। लालाराम की हत्या की खबर मिलते ही रोली भी वहां पहंुच गई। इधर पुलिस ने लालाराम के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा, उधर रोली ने घर पहुंच कर अपने आप को कमरे में बंद कर लिया तथा फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पति की हत्या के बाद पत्नी द्वारा आत्महत्या करने की खबर से लोगों की भीड़ लालाराम के घर पर उमड़ पड़ी। रोली-लालाराम की इस प्रेम कहानी ने हीर-रांझा, सोनी-महिवाल, लैला-मजनूं की कहानी सत्य कर दिखाया। एसपी एस चनप्पा ने पुलिस लाइन सभागार में आयोजित पे्रस वार्ता में बताया कि पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले दो आरोपियों विनय व अमित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं पुलिस रोली के पिता रमेश व तीसरे भाई विमलेश की तेजी से तलाश कर रही है। पकड़ने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक मोहम्मदी अजीत सिंह, चैकी प्रभारी जय प्रकाश यादव, आरक्षी संजीत सिंह व अजयदीप सिंह शामिल रहे।   

एक ही चिता पर हुआ अंतिम संस्कार

लाला राम व रोली के शव पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचे तो दोनों के शवों का गांव के उन्हीं खेतों में एक ही चिता पर अन्तिम संस्कार किया गया, जहां दोनों ने साथ-साथ जीने मरने की कसमें खाईं थी। तमाम गांव वालों व क्षेत्र के लोगों नें दो अमर प्रेमियों को अंतिम विदाई दी। 

Leave a Reply

Your email address will not be published.