Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

जानें, कैसे मनाया अमेरिका ने अपना स्वतंत्रता दिवस

हमें अपने गणतंत्र दिवस की परेड पर बहुत नाज़ है. हर वर्ष 26 जनवरी को राजपथ पर जब टैंक और तोप गुज़रती हैं…तो दुनिया के कोने-कोने में बैठे भारत के दुश्मनों तक संदेश पहुंच जाता है कि हमारी ताक़त प्रजातंत्र के साथ वो सेना भी है…जो हर चुनौती के लिये तैयार है.

अब यही फॉर्मूला अमेरिका के राष्ट्रपति Donald Trump ने अपनाया है. कल यानी 4 जुलाई को अमेरिका ने अपना स्वतंत्रता दिवस मनाया. इसके लिये अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में एक परेड भी निकाली गई.

आसमान में भी अमेरिकी की ताक़त का प्रदर्शन किया गया. अमेरिकी वायु सेना के आधुनिक स्टेल्थ विमान Fly Past में शामिल हुए. 4 जुलाई 1776 को अमेरिका को ब्रिटेन से आज़ादी मिली थी. ये शक्ति प्रदर्शन इसी जश्न का हिस्सा था. अमेरिका में क़रीब 28 साल बाद सैन्य परेड निकाली गई है.

अमेरिका में आख़िरी बार वर्ष 1991 में मिलिट्री परेड निकाली गई थी…जब पहले खाड़ी युद्ध में इराक़ को हराकर अमेरिकी सेना घर लौटी थी.

73 वर्षीय डॉनल्ड ट्रंप को सैन्य परेड का ख़्याल वर्ष 2017 में आया था…जब वो फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस बास्तील डे में शामिल हुए थे. तब से ट्रंप अमेरिका में ऐसी परेड का आयोजन करना चाह रहे थे.

लेकिन बार-बार अमेरिका में परेड के बजट को लेकर आलोचना की गई, और ये कोशिश टलती गई. ((रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने ट्रंप को बताया था इस परेड पर क़रीब 620 करोड़ रुपये ख़र्च होंगे.))

परेड को लेकर ट्रंप के फ़ैसले की आलोचना इसलिये भी हो रही है क्योंकि अगले वर्ष अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव होने हैं और विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी का आरोप है कि ट्रंप फ़र्ज़ी राष्ट्रवाद को आगे बढ़ाकर अपना प्रचार कर रहे हैं.

Donald Trump का परेड वाला फ़ैसला रूस और चीन को जवाब के तौर पर भी देखा जा रहा है. लेकिन कल वाशिंगटन डीसी में हुई परेड चीन और Russia में होने वाली परेड का मुक़ाबला नहीं कर सकती.

Russia हर वर्ष 9 मई को राजधानी मॉस्को में सेना की परेड निकालता है. ये द्वितीय विश्व युद्ध में हिटलर की सेना पर जीत का जश्न है. वर्ष 2015 में रूस ने अपने Armata tank का इसी परेड में पहली बार प्रदर्शन किया था.

चीन की परेड सबसे विशाल मानी जाती है. हर साल 3 सितंबर को चीन द्वितीय विश्व युद्ध में जापान के ऊपर जीत की ख़ुशी इसी परेड के साथ मनाता है. वर्ष 2017 में ((Tiananmen Square पर निकाली गई)) इस परेड में 12 हज़ार सैनिक, 129 विमान और 500 से ज़्यादा टैंक शामिल किये गये थे. इसलिये ट्रंप ने अमेरिका में जो परेड वाली नई व्यवस्था शुरू की है. वो देश से ज़्यादा अपना प्रचार नज़र आ रहा है.