1. सस्ता और आसान कर्ज: देश में भी कर्ज सस्ता होगा। भारतीय कंपनियों को भी सस्ता कर्ज मिलेगा।
2. विदेशी कंपनियां लगाएंगी भारत में पैसा: मूडीज की रेटिंग का बांड्स पर असर होगा। दूसरी रेटिंग एजेंसियां भी भारत की रेटिंग बढ़ा सकती हैं। भारत पर विदेशी निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा।
3. आर्थिक विकास तेज होगा: रेटिंग में सुधार से लगता है कि नोटबंदी और जीएसटी का असर कम हो चुका है। लोगों का भरोसा बढ़ रहा है, जिससे विकास दर तेज होगी।
4. महंगाई घटने की उम्मीद: सुधार पर डटे रहने से विकास दर बढ़ी है। महंगाई का डर कम होता दिख रहा है। आगे महंगाई और कम होने की उम्मीद है।
5. शेयर बाजार में रिटर्न बढ़ेगा: शेयर बाजार में उत्साह का माहौल है। शेयर बाजार में नई शुरुआत हो चुकी है। आम लोगों को भी अच्छे रिटर्न मिलेंगे।
6. रुपया मजबूत होगा: देश में आर्थिक माहौल बेहतर होने और विदेशी निवेश बढ़ने से रुपया भी मजबूत होगा। इसके अलावा बांड और इक्विटी मार्केट मजबूत होगा। सरकार का भी राजस्व बढ़ेगा।