हल्द्वानी : नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी भाजपा सरकार का छह माह का कामकाज देखेगी। इस दौरान भाजपा के घोषणापत्र में किए गए वादों एवं सदन के माध्यम उठाई गई बातों पर हमारी नजर रहेगी। यदि सरकार इस पर खरी नहीं उतरी तो कांग्रेस सदन व सड़क दोनों जगहों पर घेरने में पीछे नहीं रहेगी।
पार्टी कार्यालय स्वराज आश्रम में पत्रकारों से मुखातिब डॉ. इंदिरा ने कहा कि सरकार ने लेखानुदान के अलावा दो बिल सदन में रखे हैं। विपक्ष की भूमिका में रहते हुए हमने स्थानांतरण नीति में कुछ बदलावों पर ध्यान दिलाया। जिसे सरकार ने प्रवर समिति को सौंप दिया है। वहीं लोकायुक्त बिल पर विपक्ष की सहमति के बावजूद इसे भी सरकार से प्रवर समिति को सौंपा जाना समझ से परे है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि भ्रष्टाचार में लिप्त नेता, मंत्री, अफसर या कर्मचारी जो भी हो वह सलाखों की पीछे हो। डॉ. इंदिरा ने कहा कि भाजपा शराबबंदी नहीं चाहती। सरकार की ओर से शराब को नियंत्रित करने वाले बयान से यह स्पष्ट हो गया है।
भाजपा पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक उन्माद फैलाकर गद्दी पर बैठने वाली पार्टी है। हाल के चुनावों में यह जनता देख भी चुकी है। हमारी हार के पीछे इमोशनल कारण भी रहे, लेकिन कार्यकर्ता निराश न हों क्योंकि कांग्रेस दमदार वापसी कर फिर आएगी।
डॉ. इंदिरा ने चुटकी लेते हुए कहा कि वर्तमान में सरकार में आधे से ज्यादा तो कांग्रेस पृष्ठभूमि के ही मंत्री बनाए गए हैं। शायद पीएम मोदी भी समझते हैं कि सरकार तो कांग्रेसी ही चला सकते हैं।