नई दिल्ली : चीन की सरकारी मीडिया ने पीओके की तुलना ताइवान से की है। चीनी मीडिया ने सोमवार को कहा कि भारत को अरबों डाॅलर की चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) परियोजना का समर्थन करने के लिए अधिक व्यावहारिक एवं लचीला रूख अख्तियार करना चाहिए, हालांकि उसने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओेके) की तुलना ताइवान से की।
सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स के एक लेख में कहा गया है कि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) परियोजना से कश्मीर विवाद की यथास्थिति प्रभावित नहीं होगी, क्योंकि चीन ने कहा है कि इसका हल भारत और पाकिस्तान के बीच होना चाहिए।
लेख में कहा गया है कि ताइवान और भारत सहित अन्य देशों के बीच के संबंधों को लेकर चीन आपत्ति नहीं करता, क्योंकि आर्थिक गतिविधियों से चीन की संप्रभुता प्रभावित नहीं होगी।
अखबार ने कहा, ऐसे में, भारत को लचीला और व्यावहारिक होना चाहिए तथा कश्मीर में चीनी कंपनियों की गतिविधियों को लेकर अधिक सहज होना चाहिए।
चीन की सरकारी मीडिया ने कहा है कि भारत को अरबों डॉलर की चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) परियोजना का समर्थन करने के लिए ‘अधिक व्यावहारिक एवं लचीला रुख’ अपनाना चाहिए।