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चना और मसूर दालों पर 30 फीसदी आयात शुल्क लगाया

सरकार ने दलहनों के सस्ते आयात को रोकने और स्थानीय कीमतों आई गिरावट को थामने के लिए चना और मसूर दालों पर 30 प्रतिशत का भारी आयात शुल्क लगा दिया है.सरकार के इस प्रयास से चना और मसूर दालों की कीमतें बढ़ने का अंदेशा है.

इस बारे में वित्त मंत्रालय ने बताया कि किसानों के हितों की रक्षा के लिए सरकार ने चना और मसूर दालों पर तत्काल प्रभाव से 30 प्रतिशत का आयात शुल्क लगाने का फैसला किया है.चालू रबी सत्र के दौरान चना और मसूर दालों का उत्पादन अधिक होने की उम्मीद जताई जा रही है. आयात शुल्क में वृद्धि के कारण बताते हुए कहा गया कि सस्ता आयात, लगातार जारी रहने से किसान प्रभावित होंगे.

उल्लेखनीय है कि चालू वर्ष में दलहनों का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है. अंतरराष्ट्रीय कीमतें कम होने के कारण ही दलहनों का आयात किया जा रहा है. ऐसे आयात के कारण दलहनों की घरेलू कीमतें प्रभावित होती हैं और इससे किसानों के हित भी प्रभावित होंगे. सरकार ने हाल में पीले मटर पर 50 प्रतिशत का आयात शुल्क लगाया है. जबकि अन्य दलहनों पर आयात शुल्क निरंक है. बता दें कि भारत दुनिया में दलहन का बहुत बड़ा उत्पादक देश है. फसल वर्ष 2016-17 (जुलाई से जून) में दलहन उत्पादन 2.3 करोड़ टन के उच्च स्तर को छू गया.