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कोरोना टेस्टिंग किट खरीद में घोटाले की शासन कर रहा जांच

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की जानीमानी एक्टिविस्ट और अधिवक्ता डॉ. नूतन ठाकुर द्वारा​ किंग जार्ज मेडिकल यूनीवर्सिटी (केजीएमयू) प्रशासन पर कोरोना टेस्टिंग किट की खरीद में घोटाले के संबंध में की गयी शिकायत की जांच शासन स्तर पर की जा रही है।

नूतन ने शिकायत की थी कि केजीएमयू वीटीएम किट एवेंटर परफॉर्मेंस मैटीरियल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड से 35.40 रुपए की दर से खरीद रहा है। जिसके द्वारा बिहार में ये किट 19.40 रुपए में सप्लाई किया गया है और उसी किट को यूपी मेडिकल सप्लाई कॉर्पोरेशन मात्र 7.25 रुपए में खरीद रहा है। झारखण्ड ने यह किट 22.40 रुपए में तथा गुजरात ने यह किट 13.44 पैसे की दर से खरीदा।

इसी तरह केजीएमयू आरएनए एक्सट्रैक्शन किट मेसर्स जीनियस बायो सिस्टम पूणे से 65.03 रुपए में खरीद रहा है जबकि गुजरात यह किट 13.95 रुपए तथा उड़ीसा 14 रुपए में खरीद रहा है. केजीएमयू आरटीपीसीआर किट मेसर्स इवोल्यूशन प्रा. लिमिटेड से 50.40 रुपए में खरीद रहा है जबकि गुजरात यह किट 23 रुपए, झारखण्ड 28 रुपए तथा असम 30.88 रुपए में खरीद रहा है।

इस शिकायत के बाद केजीएमयू वीसी ने टेंडर निरस्त करवा दिया तथा जेम पोर्टल के जरिए अब नए सिरे से टेंडर की बात कही।

इस पर नूतन ने ममले में एफआईआर की मांग की, जिसपर इंस्पेक्टर चौक ने अपनी आख्या में बताया कि इस संबंध में शासन स्तर से विभिन्न संस्थानों के पदाधिकारियों की कमिटी गठित कर जाँच करायी जा रही है। जाँच के बाद विधिक कार्यवाही की जाएगी।

 

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