देव श्रीवास्तव
लखीमपुर-खीरी।
एक तरफ तो किसानों को खुशहाल बनाने के लिए तरह-तरह की योजनाएं लागू हो रही हैं। सरकारों ने अधिकारियों व कर्मचारियों तक को नसीहत दे रखी है कि वह किसान से मर्यादित होकर बात करें और उनकी हर संभव मदद करें लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है। किसान से उसकी ही फसल लूटी जाती है। कौडिय़ों के भाव खरीद होती है। मिल कर्मचारी घटतौली करते हैं। वहीं अब तो उनके खून-पसीने से जमा की गई रकम में भी कमीशनबाजी की जाने लगी है। इसी लूट से क्षुब्ध होकर एक किसान ने जिला मुख्यालय स्थित पानी की टंकी पर चढ़कर खुदकुशी की चेतावनी दी है।
बैंक ने किया परेशान तो उठाया ये कदम
मामला इलाहाबाद बैंक शाखा अमृतागंज का है। ब्लाक नकहा के ग्राम बाजूडीहा के निवासी किसान जय सिंह पुत्र ब्रम्हादीन का इस बैंक शाखा में बचत खाता संचालित है। कुछ दिन पहले उसके बैंक खाते में गन्ने का भुगतान आया थाए जिसे निकालने के लिए जब जय सिंह बैंक गया तो वहां के मैनेजर ने उससे रकम के एवज में कमीशन मांगा। इस पर उसने कमीशन देने से मना कर दिया। इसके बाद बेंक मैनेजर उसे पैसे के लिए बराबर दौड़ाता रहा। इससे क्षुब्ध होकर शुक्रवार को दोपहर बाद जय सिंह शहर के कंपनी बाग पहुंचा और वहां पानी की टंकी पर चढ़ गया। टंकी के ऊपर से वह अपने साथ हो रही बेइंसाफी बयान करने लगा तो वहां नीचे लोगों का मजमा लग गया। सूचना पाकर यूपी 100 की टीम और शहर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने जय सिंह को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन समाचार लिखे जाने तक वह टंकी से नहीं उतरा था। इस कारण किसान से बात भी नहीं हो पाईए जिससे ये पता नहीं चल पाया कि वह कितनी रकम अपने बैंक खाते से निकालने गया था और उसके खाते में गन्ना भुगतान के कितने रुपये आए थे।