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किम जोंग परमाणु हथियारों पर लगाएंगे पाबंदी! अमेरिका से बात करने को राजी हुआ उत्तर कोरिया

उत्तर कोरियाई अधिकारियों ने अपने अमेरिकी समकक्षों को किम जोंग-उन के अमेरिका के साथ परमाणु निरस्त्रीकरण पर बातचीत करने को तैयार होने की जानकारी दी है. एक रिपोर्ट में उक्त दावा किया गया है. उत्तर कोरिया का यह आश्वासन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके नेता के बीच बैठक का मार्ग प्रशस्त करेगा. दक्षिण कोरिया के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार चुंग यी योंग द्वारा अमेरिका तक वार्ता प्रस्ताव पहुंचाने के बाद यह पहला मौका है जब उत्तर कोरिया ने सीधे अपना संदेश वॉशिंगटन तक पहुंचाया है.

ट्रंप प्रशासन के एक अधिकारी ने ‘द वॉल स्ट्रीट जनरल’ और ‘वॉशिंगटन पोस्ट’ से कहा, ‘‘अमेरिका ने यह पुष्टि की है कि किम जोंग-उन कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु निरस्त्रीकरण के मुद्दे पर बातचीत को तैयार हैं.’’ वॉशिंगटन ने पिछले माह ट्रंप और किम जोंग-उन के बीच ऐतिहासिक वार्ता के लिए हामी भर पर्यवेक्षकों को चौंका दिया था. वार्ता की तारीख और जगह की घोषणा नहीं की गई है.

इससे पहले संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था कि बिगड़ती हुई सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच शिखर वार्ता की मंशा निरस्त्रीकरण के क्षेत्र में प्रगति के संकेत देते हैं. निरस्त्रीकरण मामले के उप उच्च प्रतिनिधि थॉमस मारक्रम ने बीते 2 अप्रैल को संयुक्त राष्ट्र परमाणु निरस्त्रीकरण आयोग के 2018 सत्र को संबोधित करते हुए कहा था, ‘‘ऐसे वक्त में जब शीत युद्ध के बाद से परमाणु हथियार पर वैश्विक चिंताएं अपने चरम पर हैं, निरस्त्रीकरण तथा हथियारों पर नियंत्रण के लिए कदम उठाना पहले से अधिक अहम हो गया है.’’

उन्होंने कहा था कि हथियार नियंत्रण क्षमता को कम करने तथा अंतरराष्ट्रीय रक्षा तथा सुरक्षा पर नकारात्मक प्रभाव डालने वाले ट्रेंड में सिंतबर से कोई बदलाव नहीं आया है. हाल ही में प्रगति के लक्षण दिखाई दिए हैं जो इस ओर इशारा करते हैं कि आयोग कहां उत्कृष्ट और रचनात्मक सहयोग दे सकता है.

चीन में हाल में हुई बातचीत में उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण पर प्रतिबद्धता की रिपोर्ट पर संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी ने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि ये सकारात्मक प्रगति सार्थक वार्ता की लंबी प्रक्रिया की शुरुआत करेगी जो आगे चल कर कोरियाई प्रायद्वीप में सतत शांति तथा परमाणु निरस्त्रीकरण में सहायक होगी.’’