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इन प्राकृतिक तरीकों से कम हो जाएगा सीटीएस का दर्द

-Carpal-Tunnel-Syndrome_58cbb39130a9dकार्पल टनल सिंड्रोम (सीटीएस) एक ऐसी अवस्था है जो हाथों और बाजुओं को प्रभावित करती है और इसकी जो प्रारंभिक अवस्था में झुनझुनी, जकड़न और सुन्नता महसूस होती है.जैसे-जैसे यह रोग बढ़ने लगता है, हाथों में गंभीर दर्द और कमजोरी आने लगती है और इससे नर्व डेमेज भी हो सकती है। सीटीएस एक या दोनों हाथों में हो सकता है और आमतौर पर पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक देखा जाता है. सीटीएस के अधिकांश मामलों का कारण अज्ञात है, हालांकि यह आमतौर पर मध्याह्न तंत्रिका पर अत्यधिक दबाव के कारण होता है जो कलाई के माध्यम से कार्पेल टनल तक जाती है। इस स्थिति के एडवांस स्टेज में चिकित्सा की आवश्यकता हो सकती है हालांकि, कुछ घरेलू उपचार द्धारा सीटीएस के माइल्ड केसेज़ में लक्षणों को कम किया जा सकता है और कलाई और हाथ के फंक्शन को बहाल करने में मदद मिल सकती हैं।

सीटीएस की वजह से सूजन और सुन्नता से अस्थायी और त्वरित राहत के लिए आप ठंडा सेक कर सकते हैं। ठंडा तापमान प्रभावित क्षेत्र को सुन्न करके दर्द को दूर करने में मदद करेगा। इससे सूजन भी कम हो जाती है। एक प्लास्टिक, सीलबंद बैग में कुछ आइस क्यूब्स डालने के बाद एक तोलिये या कपड़े में बैग लपेटो और इसे प्रभावित जगह पर सेक करें या लगभग 10 मिनट के लिए इसे दर्द वाले स्थान पर रहने दें. इसे आप दर्द जाने तक दो घण्टे बाद वापिस रिपीट कर सकते हैं. बर्फ को सीधे स्किन के संपर्क में नहीं लाना चाहिए और प्लास्टिक बैग में ही बर्फ रखकर सेक करने चाहिए।

सीटीएस के कुछ लक्षणों को कम करने के लिए अपने हाथों और कलाई पर मसाज करना एक और प्रभावी तरीका है। यह आपके हाथों पर दबाव बिंदु को सक्रिय करेगा जिससे रक्त की आपूर्ति में वृद्धि होगी और इससे कड़ी मांसपेशियों को आराम मिलेगा साथ ही मूवमेंट में सुधार और दर्द कम होगा। किसीभी तेल को हल्का गरम करके मसाज की जा सकती है। सीटीएस से पीड़ित होने पर दिन में कई बार अपने हाथ, कलाई और बाजू को फ्लेक्स, रोटेट और स्ट्रेच करना काफी अच्छा होता है । यह रक्त परिसंचरण को बढ़ाने में मदद करता है और दर्द को कम करने भी असरदार होता है. इसके अलावा एक्यूप्रेशर और एक्यूपंक्चर थेरेपी भी कार्पल टनल सिंड्रोम के प्राकृतिक उपचार में काफी मददगार हो सकते हैं।

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