हरिद्वार। चीन के उत्पादों का बहिष्कार करने की अपील करने वाले योगगुरु बाबा रामदेव अब इस पड़ोसी देश के बाजार पर कब्जे की तैयारी कर रहे हैं। योगगुरु बाबा रामदेव इसके जरिये पतंजलि को मल्टीनेशनल बनाने की तैयारी में है। यही वजह है कि उनकी कोशिश पतंजलि के उत्पादों से चीनी बाजार को भर देने की है। उनकी चीन के स्थानीय बाजारों में अपने उत्पादों को हर विकल्प के तौर पर पेश करने की योजना है। इसके क्रम में जल्द ही पतंजलि के उत्पाद चीन को निर्यात किए जाएंगे। नेपाल के बाजार में पतंजलि के उत्पाद पहले से ही उपलब्ध हैं।
चीन में ज्यादातर बहुराष्ट्रीय कंपनियां ऑनलाइन कारोबार कर रही हैं, जबकि योगगुरु बाबा रामदेव की योजना पतंजलि के उत्पादों को वहां के दूरदराज इलाकों में आम लोगों तक सीधी पहुंच बनाकर खुदरा कारोबार के जरिये फैलाने की है। चीन के लिहाज से पतंजलि की इस नई बाजार नीति ने वहां पर अन्य एफएमसीजी कंपनियों में हलचल मची है। इनमें से अधिकांश कंपनियां भारत में भी कारोबार कर रही हैं। वे योगगुरु व पतंजलि के उत्पादों से भलीभांति परिचित हैं।
बाबा रामदेव और पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने इस संदर्भ में बताया कि हम चीन के साथ-साथ बर्मा, म्यांमार, जापान जैसे देशों में पतंजलि उत्पादों की बढ़ती मांग के मद्देनजर जल्द वहां निर्यात आरंभ कर रहे हैं। इसके लिए आवश्यक सभी सरकारी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने दावा किया कि पतंजलि के आयुर्वेदिक और प्राकृतिक उत्पाद अपनी गुणवत्ता, शुद्धता और किफायती होने के कारण जल्द ही चीन समेत दुनिया के अन्य देशों के बाजारों में छा जाएंगे।