संभवत: चीन के बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए अमेरिका ने एकबार फिर अपने पुराने सहयोगी पाकिस्तान (Pakistan) से नजदीकियां बढ़ाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। अमेरिका के एक शीर्ष जनरल (top American general) के बयान से कुछ ऐसे ही संकेत मिल रहे हैं। संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ के प्रमुख (Chairman of the Joint Chiefs of Staff) के तौर पर नामित किए गए जनरल मार्क ए. मिले (General Mark A Milley) ने कहा कि मौजूदा वक्त में अमेरिका (United States) और उसके सांसदों को पाकिस्तान से मजबूत सैन्य संबंध बनाए रखने की जरूरत है।
अभी हाल ही में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मुहम्मद फैसल की ओर से बताया गया था कि राष्ट्रपति ट्रंप के आमंत्रण पर इमरान खान अमेरिका जा रहे हैं। दोनों नेताओं की बातचीत का मुख्य एजेंडा द्विपक्षीय संबंधों में ताजगी लाने पर केंद्रित होगा। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी इस यात्रा के दौरान 22 जुलाई को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की ट्रंप से यह पहली मुलाकात होगी। इमरान खान का यह दौरा ऐसे समय होने जा रहा है, जब दोनों देशों के संबंध बहुत अच्छे नहीं रह गए हैं। इससे पहले ट्रंप ने यह कहते हुए पाकिस्तान को मिलने वाली सैन्य मदद रद कर दी थी कि उसने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कुछ नहीं किया है।