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अभी अभी : हार्दिक पटेल को लगा बड़ा झटका, पूर्व सहयोगी चिराग पटेल BJP में हुए शामिल

अहमदाबाद: पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता भाजपा के पूर्व सहयोगी चिराग पटेल ने गुरुवार को गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल की उपस्थिति में सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा में शामिल हो गए. हार्दिक पटेल के साथ-साथ चिराग पटेल भी राजद्रोह के आरोपों का सामना कर रहे हैं. भाजपा में शामिल होने के बाद चिराग ने हार्दिक पर निजी महत्वकांक्षाओं को पूरा करने के लिए पाटीदार आरक्षण आंदोलन को हथियाने का आरोप लगाया.

उन्होंने कहा, ‘पाटीदार समुदाय को आरक्षण दिलाने के लिए शुरू हुआ आंदोलन अब एक व्यक्ति के निजी महत्वकांक्षाओं को पूरा करने का माध्यम बन गया है. यह धन और सत्ता हासिल करने का एक जरिया बन गया है. मैं मानता हूं कि आंदोलन गलत दिशा में जा रहा है.’

इससे पहले बीजेपी ने पाटीदार समाज के दो नेता रेशमा पटेल और वरुण पटेल को भी अपने खेमे में जोड़ लिया था. बीजेपी में शामिल होने पर रेशमा पटेल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, हमारी लड़ाई समाज को न्याय दिलाने की थी न कि काग्रेस को जिताने की. बीजेपी ने हमारी तीन मांगें स्वीकार कर ली हैं.” बीजेपी की पूरी कोशिश पाटीदार एकता को तोड़ने की है. पार्टी जितना ज्यादा पाटीदार वोटरों को तोड़ने में कामयाब होगी, जीत की संभावना उतनी ही बढ़ती जाएगी. 

उधर, पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) ने आरोप लगाया कि उसके नेता हार्दिक पटेल के ‘‘फर्जी’’ सेक्स क्लिप के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जिम्मेदार हैं. हालांकि सत्तारूढ पार्टी ने इस आरोप को खारिज किया है. भाजपा ने इन आरोपों को ‘‘बेबुनियाद’’ करार दिया और वीडियो क्लिपों के फैलने के लिए पीएएएस के भीतर विवाद का जिम्मेदार ठहराया.

पीएएएस संयोजक दिनेश बमभानिया ने संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया,‘‘हमें पता चला है कि भाजपा समर्थक सूरत का एक बिल्डर और एक अन्य व्यक्ति इन फर्जी क्लिपों के पीछे हैं. उन्होंने भाजपा को बचाने के लिए चुनावों से पहले हार्दिक की छवि खराब करने के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री (विजय रूपाणी) और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जीतू वघानी के इशारे पर यह किया.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि यह ‘‘40 करोड़ रुपये के सौदे’’ के तहत किया गया. 

हार्दिक के करीबी सहयोगी बमभानिया ने आरोप लगाया कि भाजपा के इशारे पर सूरत के दो लोगों द्वारा भारत से बाहर ऐसी 52 और ‘‘फर्जी’’ वीडियो तैयार किये गये हैं. बमभानिया ने आरोप लगाया, ‘‘चूंकि भाजपा हार्दिक की बढती लोकप्रियता से चिंतित है, उन्होंने पार्टी को और नुकसान को रोकने के लिए चुनावों से पहले उन्हें सलाखों के पीछे डालने की साजिश रची है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे सूत्रों ने हमें बताया है कि ऐसी 52 फर्जी क्लिप और हैं जिसमें से 22 क्लिप हार्दिक तथा बाकी की क्लिप अन्य पीएएएस नेताओं की हैं.’’ उन्होंने कहा कि पीएएएस वकीलों से सलाह करके आगामी दिनों में कानूनी कार्रवाई शुरू करेगी और भाजपा की ‘‘संलिप्तता’’ को साबित करने के लिए ‘‘सबूत’’ सार्वजनिक करेंगे.