अफगानिस्तान में आतंकी हमले के बाद संकट का सामना कर रहे पाकिस्तान ने फिर से भारत के खिलाफ भड़ास निकाली है।
अफगानिस्तान की संसद के बाहर हुए आतंकी हमले के बाद काबुल में पाक दूतावास के बाहर अफगानों द्वारा बड़े पैमाने पर किए गए विरोध प्रदर्शन से पाकिस्तान खिसिया गया है। अफगानिस्तान में गिरती अपनी साख से तिलमिलाए पाक ने भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ और अफगान की खुफिया एजेंसी नेशनल डायरेक्टरेट ऑफ सिक्यॉरिटी (एनडीएस) के बीच सांठगाठ होने का आरोप लगाया है। पाकिस्तान ने भारत की ओर इशारा करते हुए कहा कि कुछ विदेशी ताकतें अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल कर पाकिस्तन के खिलाफ अशांति का माहौल तैयार कर रही हैं।
दरअसल, पिछले दिनों अफगानिस्तान में संसद के बाहर हुए आतंकी हमले में कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई थी और 100 से करीब लोग घायल हो गए थे। इस घटना के बाद अफगानों में पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश बढ़ रहा है। काबुल स्थित पाकिस्तान दूतावास के बाहर शुक्रवार को सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया था। इनका आरोप था कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और आतंकी संगठनों को पनाहगाह मुहैया करा रहा है। प्रदर्शनों के दौरान पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने अपने बयान जारी कर कहा कि हम फिर से इस बात पर जोर देना चाहते हैं कि कुछ विदेशी ताकतें परिस्थितियों का फायदा उठा रही हैं और अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल पाकिस्तान और इस क्षेत्र के खिलाफ कर रही हैं। भारतीय रॉ और अफगानिस्तान की एजेंसी नेशनल डायरेक्टरेट ऑफ सिक्यॉरिटी (एनडीएस) की मिलीभगत पाकिस्तान के लिए गहरी चिंता का विषय है।
इसके साथ ही पाकिस्तान ने उन आरोपों को भी खारिज किया कि वह अफगानिस्तान से सटे फेडरली ऐडमिनिस्टर्ड ट्राइबल एरिया (फाटा) क्षेत्र में आतंकवादियों को पनाहगाह दे रहा है। इस आरोप से तिमिलाए पाकिस्तान ने कहा कि वह अपनी सरजमीं का इस्तेमाल किसी भी देश के खिलाफ आतंकी गतिविधियों के लिए नहीं होने देता है। जकारिया ने अपनी सफाई में कहा कि अफगानिस्तान में जारी अस्थिरता के कारण आतंकी संगठन वहां फल-फूल रहे हैं। उन्होंनेे कहा कि यह ठीक नहीं है कि अफगानिस्तान के खराब हालात के लिए किसी अन्य को जिम्मेदार ठहराया जाए।